Tuesday, November 26, 2024
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Ram_Bhartiya Sanskriti_Tourism: भारतीय संस्कृति और पर्यटन को समेटे है राम कथा

डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव, पर्यटन अध्ययन संस्थान, लखनऊ विश्वविद्यालय।

Ram_Bhartiya Sanskriti_Tourism: भारतीय संस्कृति के मूल में राम बसे हैं। रामनवमी हो, दशहरा हो या बहुतेरे तीज-त्योहार हों… सबमें राम की महिमा रची-बसी है। इसी को को लेकर पर्यटन अध्ययन संस्थान, लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव ने राम कथा को लेकर गागर में सागर भरा है।

Dr. Anupama ने “भगवान राम, भारतीय संस्कृति और पर्यटन स्थल” के बारे में चंद बिंदुओं से राम, भारतीय संस्कृति और पर्यटन पर पर अपनी पैनी नज़र डाली है।

1. भगवान राम भारतीय पौराणिक कथाओं में एक महानायक हैं। उनकी जीवन कथा और उनके धर्मिक महत्व ने लोगों के दिलों में स्थान बनाया है। 

2. भगवान राम के विभिन्न पहलुओं ने भारतीय संस्कृति को गहराई से प्रभावित किया है। उनके धर्म, नैतिकता और सामाजिक मूल्यों के सिद्धांत आज भी सबके लिए मार्गदर्शक हैं। 

3. अयोध्या, भगवान राम के जन्मस्थान के रूप में विख्यात है। यहां बनी श्रीराम मंदिर के साथ, यह स्थल धार्मिकता और प्राचीनता का एक महत्वपूर्ण सम्बंध रखता है। 

4. रामसेतु, जहां भगवान राम ने अपने वानवास काल में समुद्र को पार किया था, पर्यटन स्थल के रूप में लोकप्रिय है। 

5. अयोध्या के आसपास एक अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है चित्रकूट, जहां भगवान राम ने अपने अयोध्या छोड़ने के बाद शिवजी से मिले थे। 

6. भरतपुर राज्य, जो भगवान राम के चरित्र के माध्यम से चर्चित है, रामा कथा के सन्दर्भ में एक महत्वपूर्ण स्थान है। 

7. रामलिंग के रूप में जानी जाने वाले रामेश्वरम, तमिलनाडु में स्थित है और भगवान राम के और अनेक प्रमुख कार्यों के लिए प्रसिद्ध है। 

8. भगवान राम को केवल अयोध्या ही नहीं, बल्क पूरे भारत में प्रसन्नता का प्रतीक माना जाता है। उनके भक्तों के लिए राम नाम का जाप, आरती और भजन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। 

9. रामायण, वाल्मीकि जी की महाकाव्य के रूप में, भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह महाकाव्य भगवान राम की कथा को सुंदरता से बयां करता है और धार्मिक महत्व को प्रकट करता है। 

10. जगमोहन पालेस, अयोध्या में स्थित होने के साथ-साथ रामलीला महोत्सव को अद्यतन करने के लिए जाना जाता है। यहां प्रदर्शनियों, नाटकों और रामायण के संक्षिप्त रूप में किए जाने वाले प्रदर्शन को आयोजित किया जाता है। 

11. रामनगर, वाराणसी के पास स्थित होने के लिए प्रसिद्ध है, जहां भगवान राम ने भक्त हनुमान द्वारा बने पुल के माध्यम से गंगा नदी को पार किया था। ये सूची भगवान राम, भारतीय संस्कृति और पर्यटन स्थलों के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में हैं। 

डॉ. शालिक राम पाण्डेय, पर्यटन अध्ययन संस्थान, लखनऊ विद्यालय।

वहीं पर्यटन अध्ययन संस्थान, लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध Dr. शालिक राम पाण्डेय ने राम से जुड़े कुछ तथ्यों पर प्रकाश डाला है।

Ram_Bhartiya Sanskriti_Tourism: राम भारतीय संस्कृति के आदर्श हैं, लोकनायक हैं, सत्य हैं, सनातन हैं। वह लोक के अभिवादन में हैं, हर्ष में हैं, विषाद में हैं, नृत्य में हैं, संगीत में हैं अपितु संपूर्ण संस्कृति में हैं। भारत में शायद ही किसी नाम को इतनी लोकप्रियता, ख्याति और स्वीकृति प्राप्त हो जितना राम नाम को प्राप्त है।

राम कथा सम्पूर्ण विश्व में व्याप्त है। राम कथा भारत की सभी प्राचीन भाषाओं संस्कृत, पाली, प्राकृत, तमिल, तेलुगू आदि में लिखी गई है। साहित्य की सभी विधाओं में देखने को मिलती है।

राम युग पुरुष हैं, मर्यादा पुरुष हैं,जननायक हैं, लोककल्याणकारी हैं। जिनमें धीरता है, गम्भीरता है, जिनमें सहनशीलता है, जिनमें त्याग है, जो वीर हैं, उत्तम चरित्र के नायक हैं, जो पुरूषोत्तम हैं।

राम कथा मनुष्य को जीवन जीने की कला सिखाती है। गांधी जी का रामराज्य का विचार आज किसी भी कल्याणकारी राज्य व्यवस्था का आदर्श है।

विश्व के इतिहास में राम कथा जितना व्याप्त है उतना शायद ही किसी अन्य को व्याप्त का श्रेय प्राप्त हो।

भारत के बाहर राम कथा श्रीलंका, मलेशिया, थाईलैंड, चीन, जापान, लाओस, वियतनाम, म्यांमार, कम्बोडिया, इन्डोनेशिया आदि देशों में लोगों की स्मृतियों में ही नहीं, बल्कि उनके सम्पूर्ण व्यवहार और जीवन में शामिल है।

राम कथा और उनसे संबंधित स्थलों ने भारत को पर्यटन की दृष्टि से एक नवीन आयाम प्रदान किया है।

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