Aaj Ka Panchang: आज का पंचांग में शारदीय नवरात्र प्रतिपदा तिथि, शुभ मुहूर्त और राहुकाल देखें।
आज का पंचांग (3 अक्टूबर 2024):
गुरुवार, 3 अक्टूबर 2024 को आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। इस दिन चंद्रमा कन्या राशि में रहेंगे। हस्त नक्षत्र और इंद्र योग का संयोग रहेगा।
- शुभ मुहूर्त: अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:46 से 12:33 बजे तक रहेगा।
- राहुकाल: दोपहर 13:37 से 15:05 बजे तक रहेगा।
हिंदू पंचांग:
पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है। यह समय और काल की सटीक गणना के लिए प्रयोग किया जाता है। पंचांग पांच अंगों से मिलकर बना होता है:
- तिथि
- नक्षत्र
- वार
- योग
- करण
3 अक्टूबर 2024 का विवरण:
- तिथि: प्रतिपदा (26:57 तक)
- नक्षत्र: हस्त (15:26 तक)
- करण:
- प्रथम करण: किमस्तोगना (13:38 तक)
- द्वितीय करण: बावा (26:57 तक)
- योग: इंद्र (28:13 तक)
- सूर्योदय: 06:19
- सूर्यास्त: 18:00
- चंद्रमा: कन्या राशि
- विक्रमी संवत: 2081
- शक संवत: 1946
- मास: आश्विन
- शुभ मुहूर्त: अभिजीत 11:46 से 12:33
पंचांग के पांच अंग:
- तिथि: यह चंद्रमा के सूर्य से 12 अंश ऊपर जाने के समय को दर्शाती है। एक महीने में 30 तिथियां होती हैं, जो शुक्ल और कृष्ण पक्ष में विभाजित होती हैं।
- प्रमुख तिथियां: प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, अमावस्या/पूर्णिमा।
- नक्षत्र: आकाश में तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है। इसमें 27 नक्षत्र होते हैं।
- नक्षत्र के नाम: अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वाफाल्गुनी, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती।
- वार: सप्ताह के सात दिन – सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार।
- योग: सूर्य और चंद्रमा की विशेष दूरियों के आधार पर बनने वाले 27 योग होते हैं।
- प्रमुख योग: विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र, वैधृति।
- करण: एक तिथि में दो करण होते हैं।
प्रमुख करण: बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग, किस्तुघ्न।