Aaj ka Rashifal Aur Panchang 5 October 2024
।।आज का पंचांग।।
कलियुगाब्द…………………….5126
विक्रम संवत्……………………2081
शक संवत्………………………1946
मास………………………………अश्विन
पक्ष……………………………….शुक्ल
तिथी…………………………….तृतीया
दुसरे दिन प्रातः 07.49 पर्यंत पश्चात चतुर्थी
रवि…………………………दक्षिणायन
सूर्योदय ……….प्रातः 06.20.00 पर
सूर्यास्त………..संध्या 06.10.57 पर
सूर्य राशि…………………………कन्या
चन्द्र राशि…………………………तुला
गुरु राशी………………………….वृषभ
नक्षत्र……………………………..स्वाति
रात्रि 09.25 पर्यंत पश्चात विशाखा
योग……………………………विष्कुम्भ
दुसरे दिन प्रातः 06.07 पर्यंत पश्चात प्रीती
करण……………………………तैतिल
संध्या 06.40 पर्यंत पश्चात गरज
ऋतु……………………….. शरद
दिन……………………………..शनिवार
आंग्ल मतानुसार :-
05 अक्तूबर सन 2024 ईस्वी ।
☸ शुभ अंक……………………..5
🔯 शुभ रंग…………………….नीला
अभिजीत मुहूर्त :-
दोप 11.51 से 12.38 तक ।
👁🗨 राहुकाल :-
प्रात: 09.19 से 10.46 तक ।
🌞 उदय लग्न मुहूर्त –
कन्या
05:03:49 07:14:28
तुला
07:14:28 09:29:07
वृश्चिक
09:29:07 11:45:17
धनु
11:45:17 13:50:53
मकर
13:50:53 15:37:59
कुम्भ
15:37:59 17:11:32
मीन
17:11:32 18:42:44
मेष
18:42:44 20:23:29
वृषभ
20:23:29 22:22:08
मिथुन
22:22:08 24:35:50
कर्क
24:35:50 26:52:01
सिंह
26:52:01 29:03:49
🚦 दिशाशूल :-
पूर्व दिशा – यदि आवश्यक हो तो अदरक या उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ✡ चौघडिया :-
प्रात: 07.50 से 09.18 तक शुभ
दोप. 12.14 से 01.41 तक चर
दोप. 01.41 से 03.09 तक लाभ
दोप. 03.09 से 04.37 तक अमृत
संध्या 06.05 से 07.37 तक लाभ
रात्रि 09.09 से 10.42 तक शुभ ।
💮 आज का मंत्र :-
।। ॐ मर्कटाय नम: ।।
संस्कृत सुभाषितानि
श्रीमद्भगवतगीता (राजविद्याराजगुह्ययोग:) –
यान्ति देवव्रता देवान्पितॄन् यान्ति पितृव्रताः ।
भूतानि यान्ति भूतेज्या यान्ति मद्याजिनोऽपि माम्
अर्थात :
देवताओं को पूजने वाले देवताओं को प्राप्त होते हैं, पितरों को पूजने वाले पितरों को प्राप्त होते हैं, भूतों को पूजने वाले भूतों को प्राप्त होते हैं और मेरा पूजन करने वाले भक्त मुझको ही प्राप्त होते हैं। इसीलिए मेरे भक्तों का पुनर्जन्म नहीं होता ॥
🍃 आरोग्यं सलाह :-
अजवायन के औषधीय प्रयोग :-
जीर्ण मलावरोध : रात्रि को सोते समय 2-2 माशा अजवायन चबाकर खिलाने से सुबह दस्त साफ़ आ जाते है |
उदरकृमि : बच्चों में पेट के कीड़े होने पर दिन में 3 बार 2 से 4 रत्ती सदी अजवायन खिलने से छोटे बड़े सभी कीड़े नष्ट हो जाते है |
कफस्त्राव : कफ अधिक गिरता हो, दुर्गन्ध हो और बार बार खांसी चलती हो तो अजवायन के फूल 1 – 1 रत्ती घी और शहद के साथ दिन में 3 बार देने से कफोत्पत्ति कम होती है |
आज का राशिफल
🐏 राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
आज स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि तथा उन्नति मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। यात्रा की योजना बनेगी। घर-बाहर कुछ तनाव रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🐂 राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज पार्टी-पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। स्वादिष्ट व्यंजनों का लाभ मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेंगे। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। काम में मन लगेगा। शेयर मार्केट में लाभ रहेगा। नौकरी में सुविधाएं बढ़ सकती हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य का ध्यान रखें। धन प्राप्ति सुगमता से होगी।
👫 राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। लाभ होगा। दु:खद सूचना मिल सकती है, धैर्य रखें। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। अपने काम पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा।
🦀 राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
परिवार के सदस्यों की उन्नति के समाचार मिलेंगे। प्रसन्नता रहेगी। भूले-बिसरे साथी तथा मेहमानों के स्वागत-सम्मान पर धन का व्यय होगा। आत्मसम्मान बना रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। बड़ा काम करने का मन बनेगा। पारिवारिक सहयोग बना रहेगा। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं, लाभ होगा।
🦁 राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
घर-बाहर प्रसन्नतादायक वातावरण रहेगा। नौकरी में चैन महसूस होगा। व्यापार से संतुष्टि रहेगी। संतान की चिंता रहेगी। प्रतिद्वंद्वी तथा शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। मित्रों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा की योजना बनेगी। प्रसन्नता रहेगी।
👩🦰 राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
यात्रा मनोनुकूल मनोरंजक तथा लाभप्रद रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। घर-बाहर सफलता प्राप्त होगी। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। काम में लगन तथा उत्साह बने रहेंगे। मित्रों के साथ प्रसन्नतापूर्वक समय बीतेगा।
⚖ राशि फलादेश तुला :-
आय में निश्चितता रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। आज स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। बनते कामों में विघ्न आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जीवनसाथी से सामंजस्य बैठाएं। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेवजह लोगों से मनमुटाव हो सकता है। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। जल्दबाजी न करें।
🦂 राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सुकून रहेगा। जल्दबाजी में कोई आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। कानूनी अड़चन आ सकती है। विवाद न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।
🏹 राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
नई योजना लागू करने का श्रेष्ठ समय है। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। बड़ा कार्य करने का मन बनेगा। सफलता के साधन जुटेंगे। जोखिम न उठाएं।
🐊 राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
किसी जानकार प्रबुद्ध व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होने के योग हैं। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। किसी राजनयिक का सहयोग मिल सकता है। लाभ के दरवाजे खुलेंगे। चोट व दुर्घटना से बचें। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस होगी। विवाद से बचें। धन प्राप्ति होगी। प्रमाद न करें।
🏺 राशि फलादेश कुंभ :-
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
हितैषी सहयोग करेंगे। धनार्जन संभव है। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चोट व दुर्घटना से बचें। आय में कमी रह सकती है। घर-बाहर असहयोग व अशांति का वातावरण रहेगा। अपनी बात लोगों को समझा नहीं पाएंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
🐟 राशि फलादेश मीन :-
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नए लोगों से संपर्क होगा। आय में वृद्धि होगी। आरोग्य अच्छा रहेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति के सहयोग से कार्य की बाधा दूर होगी। नौकरी में लाभ की स्थिति बनेगी। परिवार के लोग अनुकूल व्यवहार करेंगे। चिंता में कमी होगी। जल्दबाजी न करें।
साभार – पं. राजेश मिश्र