Art Gallery: प्रकृति की ध्वनियों को खोजते चित्र: प्रकृति की सुंदरता मानव मन को हमेशा से प्रेरित करती आयीं है। नवीनता और विकास की होड़ में इंसानी प्रयास इसकी नैसर्गिक सौंदर्य को चोटिल करने वाले भी बन गये हैं।
लखनऊ स्थित सुशांत गोल्फ सिटी सेण्ट्रम होटल की सिनैप्स इण्टरनेशनल आर्ट गैलरी में चल रही समूह चित्र प्रदर्शनी सोनिक सेरेनिटी- एक्सप्लोरिंग द साउंड्स ऑफ नेचर” में कलाकारों के उकेरे कुछ ऐसा ही कहने की कोशिश करते प्रकृति चित्र कला प्रेमियों को आकर्षित कर रहे हैं।
प्रदर्शनी में दिल्ली की चिन्मयी बेहरा व सम्बंधित पाण्डया के संग, झारखण्ड की पिंकी कुमारी और स्थानीय यानी लखनऊ के कलाकार राहुल राय की कृतियां शामिल हैं।अब दिल्ली जाकर बस गयी मूलतः ओड़िशा में पली बढ़ी चिन्मयी बेहरा की चटख एक्रेलिक रंगों की कृतियों में लोक संस्कृति ध्वनित होती है तो चित्र बदलती जलवायु के ख़तरों के प्रति आगाह करने के इरादों से रचे गए हैं। संबित पांडा के प्रकृति से जुड़े चित्र कहानी कहते लगते हैं।
चित्रों में पारिस्थितिक संतुलन की ओर इशारा किया गया है। राहुल राय की जीवंत पेंटिंग्स प्रकृति को खूबसूरती से चित्रित करती हैं। उन्होंने कुदरत की अंतरंग गहराई को रंगों में उतारने का यत्न किया है। पिंकी कुमारी के चित्र शहरी विस्तार की स्थिति में वन्य जीवन और प्रकृति के वास्तविक संरक्षण की ओर ध्यान खींचते हैं।
सिनैप्स गैलरी को देखा जाये तो गैलरी को अभी कला प्रदर्शों को उत्कृष्ट ढंग से कला प्रेमियों के समक्ष प्रस्तुत करने लायक बनाना होगा, जहां आकार के हिसाब से चित्रों या प्रदर्शों पर समुचित रोशनी में उचित दूरी से देखकर उनका आकलन सहज ही किया जा सके। गैलरी के स्वरूप में वस्तुत: बड़े बदलाव की दरकार है। यह बदलाव गैलरी को अपेक्षित परिणामों के साथ ही प्रतिष्ठा दिलाने में मददगार बनेगा।
गैलरी के निदेशक और प्रदर्शनी के क्यूरेटर राकेश कुमार मौर्य ने बताया कि ये उनकी यहां सातवीं प्रदर्शनी है और इसे भरपूर सराहना मिल रही है। प्रदर्शनी उद्घाटन अवसर पर सहारा ग्रुप की कार्यकारी निदेशक कुमकुम रॉय चौधरी, वास्तुकार सविता अग्रवाल, व्यवसायी सर्वेश गोयल, छायाकार अनिल रिसाल सिंह, वरिष्ठ कला समीक्षक राजवीर रतन, होटल के महाप्रबंधक भगवती पंत, अनेक कलाकार और कलाप्रेमी उपस्थित थे। यह प्रदर्शनी दीर्घा में 21 अक्टूबर तक जारी रहेगी।