Baby Ariha Rakhi: जर्मनी में फंसी बेबी अरिहा को भारत वापस लाने के लिए हिंदुस्तानी माँ ने PM नरेंद्र मोदी को राखी भेजी है।
Baby Ariha Rakhi: गुजरात के रहने वाले भावेश और धरा की ढाई साल की बेटी जर्मनी की सरकार के कानूनों में कैद है। बच्ची को भारत वापस लाने की मुहिम चला रही धरा शाह देश के सभी सांसदों को अरिहा की तरफ से राखी भेज रही हैं। इसके तहत पीएम मोदी को राखी भेजी गई।
Baby Ariha Rakhi: जर्मनी में फंसी गुजरात की बेबी अरिहा शाह को वतन वापस लाने की तमाम कोशिशें की जा रही हैं। अरिहा की मां धरा ने बेटी को वापस लाने के लिए एक नई मुहिम शुरू की है। रक्षाबंधन से पहले धरा ने तय किया है कि वह देश के सभी सांसदों को अरिहा की तरफ से राखी भेजेंगी। ये राखियां देश के सभी 800 सांसदों को भेजी जाएगी।
Baby Ariha Rakhi: बेबी अरिहा की मां धरा इन राखियों को अहमदाबाद से लेकर आई हैं। उनका कहना है कि हमारे यहां राखी को ‘रक्षा पोटली’ कहते हैं। इस रक्षा पोटली के जरिए हम अरिहा की रक्षा करने के लिए देश के सभी सांसदों से अपील करते हैं। धरा शाह देश के प्रधानमंत्री मोदी को भी रक्षा पोटली यानी राखी भेजी हैं। इस राखी के साथ प्रधानमंत्री को अरिहा की एक फोटो भी भेजी गई है।
पीएम मोदी को भेजे जाने वाली इस फोटो के पीछे एक संदेश भी लिखा गया है। इस संदेश में अरिहा प्रधानमंत्री की कुशलता और तरक्की की कामना करती है और उनसे आग्रह करती हैं कि उनकी बेटी को जल्द से जल्द भारत लाया जाए।
इस मुहिम की शुरुआत दिल्ली के एक एनजीओ ‘प्रयास’ से हुई। धरा ने प्रयास एनजीओ के अमोद कंठ को राखी बांधी। यह बच्चों के लिए काम करने वाला एनजीओ है। अमोद कंठ ने जर्मनी दूतावास को ईमेल भी लिखा है। यह एनजीओ धरा के केस को भारत ट्रांसफर करवाने की कोशिश कर रहा है।
अब जानिए क्या है मामला?
Baby Ariha Rakhi: गुजरात का एक दंपति पिछले डेढ़ साल से अपनी बच्ची से हजारों मील की दूरी पर है और उससे मिलने की गुहार लगा रहा है। अहमदाबाद के भावेश और धारा हिंदुस्तान में हैं, जबकि उनकी दो साल की बेटी अरिहा जर्मनी में है। सितंबर 2021 इस परिवार के लिए बुरा साबित हुआ। वर्क वीजा पर जर्मनी के बर्लिन गए इस गुजराती परिवार की दुनिया उस समय बिखर गई, जब अरिहा के प्राइवेट पार्ट पर चोट लग गई और अस्पताल ले जाने पर मां-बाप पर ही यौन उत्पीड़न का आरोप लगा। इसके बाद अरिहा को प्रशासन ने फोस्टर केयर होम भेज दिया। सितंबर 2021 के बाद से ही यह परिवार अरिहा की कस्टडी के लिए कानूनी जंग लड़ रहा है।
Baby Ariha Rakhi: गौर करें तो साल 2011 में इसी तरह के एक मामला आया था। उस समय नॉर्वेजियन बाल कल्याण सेवाओं ने एक भारतीय जोड़े से दो बच्चों की कस्टडी ले ली थी। तब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हस्तक्षेप किया था और उन्हें फिर से मिलाया था। अरिहा की माँ धरा शाह ने पीएम मोदी से अपील की है कि प्रधानमंत्री मोदी अरिहा के अधिकारों की रक्षा के लिए हस्तक्षेप करें।