Eknath Shinde Razi: महाराष्ट्र की राजनीति में हाल के दिनों में जो खींचतान देखने को मिली, उसका अंत अब साफ होता दिख रहा है। एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया है और अब वह देवेंद्र फडणवीस सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हो गए हैं। देवेंद्र फडणवीस कल 5 दिसंबर को मुंबई में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, एनडीटीवी ने बताया है कि एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। चर्चा है कि उनके साथ दो और उपमुख्यमंत्री भी शपथ ले सकते हैं। अजित पवार ने पहले ही इस बारे में संकेत दे दिए थे कि वह कल शपथ लेंगे।
बुधवार को देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान उन्होंने एकनाथ शिंदे को सरकार में शामिल होने के लिए विशेष धन्यवाद दिया। फडणवीस ने कहा, “मैंने एकनाथ शिंदे से कैबिनेट में बने रहने का अनुरोध किया था, और मुझे खुशी है कि उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। मुख्यमंत्री पद सिर्फ एक तकनीकी समझौता है। हमने हमेशा मिलकर फैसले लिए हैं और आगे भी ऐसा करेंगे।”
एकनाथ शिंदे ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ढाई साल पहले फडणवीस जी ने मुख्यमंत्री पद के लिए मेरा नाम सुझाया था। इस बार हमने मुख्यमंत्री पद के लिए उनका नाम सुझाया है।” शिंदे ने बीजेपी के इस निर्णय को लेकर किसी भी प्रकार की बाधा न बनने की बात कही।
मुंबई में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने से बीजेपी और शिंदे गुट के बीच सत्ता का संतुलन बरकरार रहेगा।
शिवसेना नेता सामंत का बयान: केवल मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री लेंगे शपथ
शिवसेना नेता उदय सामंत ने बुधवार को बताया कि पांच दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में केवल मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल और विभागों पर निर्णय बाद में लिया जाएगा।
सामंत ने कहा कि शिवसेना कार्यकर्ताओं, विधायकों और सांसदों की इच्छा है कि एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाया जाए। हालांकि, उन्होंने संकेत दिया कि शिंदे शायद इस पद के लिए उत्सुक नहीं थे।
इस बीच, देवेंद्र फडणवीस को बुधवार को सर्वसम्मति से महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। इससे उनके तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के अन्य मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे।
अब सभी की निगाहें कल होने वाले इस महत्वपूर्ण शपथ ग्रहण समारोह पर टिकी हैं।