- ब्राजीली राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा को मिली अध्यक्षता
- ब्राजील के राष्ट्रपति बोले- भुखमरी के खिलाफ लड़ेंगे
- प्रधानमंत्री Modi ने UNSC के विस्तार की मांग की
G20@2024: G20 समिट के आखिरी दिन PM नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा को अगले समिट की अध्यक्षता सौंप दी।
G20 समिट के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G20 की अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा को सौंप दी। इसके साथ ही PM ने समिट के समापन का ऐलान किया।
ब्राजील अगले साल होने वाली G20 समिट का आयोजन करेगा। PM ने संस्कृत भाषा में कहा- स्वस्ति अस्तु विश्वस्य! यानी संपूर्ण विश्व में आशा और शांति का संचार हो।
समिट के आखिरी सेशन के बाद PM मोदी ने कहा कि दुनिया बदल रही है इसके साथ दुनिया के संस्थानों को भी बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा- UNSC में अभी तक उतने ही सदस्य हैं जितने इसकी स्थापना के वक्त थे।
स्थायी देशों की संख्या बढ़नी चाहिए। इसके बाद ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा कि गरीब देशों की कर्ज की समस्या पर ध्यान देना होगा। दुनिया को भुखमरी खत्म करने की कोशिश बढ़ानी होगी।
अध्यक्षता मिलने के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने कहा- आज महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते वक्त मैं काफी भावुक हो गया था। सब जानते हैं कि मेरे राजनीतिक जीवन में महात्मा गांधी का कितना महत्व है। उन्होंने कहा कि ब्राजील की प्रेसिडेंसी की 3 प्राथमिकताएं होंगी।
1) सामाजिक न्याय और भुखमरी के ख़िलाफ़ लड़ाई
2) सस्टेनेबल डेवलपमेंट
3) दुनिया के संस्थानों में बदलाव
पिछले साल G20 की अध्यक्षता कर चुके इंडोनेशिया के राष्ट्रपति और अगले साल संगठन की अध्यक्षता करने वाले ब्राजील के राष्ट्रपति ने PM मोदी को पौधे भेंट किए।
लूला डा सिल्वा को अध्यक्षता सौंपते वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- दो दिनों में, आप सभी ने अनेक बातें यहां रखी हैं, सुझाव दिए हैं, बहुत सारे प्रस्ताव रखे हैं। हमारी ये जिम्मेदारी है कि जो सुझाव आए हैं, उनको भी एक बार फिर देखा जाए कि उनकी प्रगति में गति कैसे लाई जा सकती है। मेरा प्रस्ताव है कि हम नवंबर के अंत में G-20 समिट का एक वर्चुअल सेशन और रखें। उस सेशन में हम इस समिट के दौरान तय विषयों की समीक्षा कर सकते हैं।
G20 समिट खत्म होने के बाद यूक्रेन में सीजफायर के मुद्दे पर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा- हमें नेगोसिएशन से कोई दिक्कत नहीं है। जमीनी हकीकत को नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता।
इससे पहले तीसरे सेशन के दौरान घोषणा पत्र पर औपचारिक मुहर लगाई गई। शिखर सम्मेलन शुरू होने से ठीक पहले ब्राजील और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने PM मोदी को पौधे भेंट किए। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन वियतनाम दौरे के लिए रवाना हो गए।