Kisan Aandolan: यूपी के नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर गिरफ्तार किए गए संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने रिहा होते ही धरना-प्रदर्शन जारी रखने का निर्णय लिया। रिहा होने के बाद प्रदर्शनकारी यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर आयोजित किसान पंचायत में शामिल हुए। इसमें यह तय हुआ कि धरना जारी रहेगा।
बता दें कि किसान नेता फिर यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर बैठक करेंगे, जिसमें यह फैसला किया जाएगा कि धरना उसी स्थान पर जारी रखा जाए या किसी और जगह शिफ्ट किया जाए। किसान नेता अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। पुलिस ने मंगलवार को करीब 160 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था। इनमें से बुजुर्ग, महिलाएं और बीमार प्रदर्शनकारियों को जेल गेट पर ही मुचलके पर रिहा कर दिया गया था।
किसान नेता सुनील फौजी ने बताया कि दलित प्रेरणा स्थल पर प्रदर्शन कर रहे 160 से ज्यादा किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिनमें 123 को लुक्सर जेल भेजा गया। अन्य किसानों, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, को मुचलके पर छोड़ा गया।
इस गिरफ्तारी के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर महापंचायत बुलाई। हालांकि, मुजफ्फरनगर से निकलने वाले नरेश टिकैत को भौंवरा कला और राकेश टिकैत को अलीगढ़ के टप्पल में रोक दिया गया। उनकी अनुपस्थिति में महापंचायत को उनके बेटे गौरव टिकैत ने संबोधित किया।
इसी दौरान राकेश टिकैत पुलिस को चकमा देते हुए पंचायत स्थल पहुंचने की कोशिश में एक्सप्रेसवे पर दौड़ते नजर आए। इसका एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्हें एक कैंटर पर चढ़ते और पुलिस को उनका पीछा करते हुए देखा गया। हालांकि, पुलिस ने कैंटर को रोककर उन्हें फिर से हिरासत में ले लिया।
बाद में प्रशासन ने सभी गिरफ्तार किसानों को रिहा कर दिया, जिनमें प्रमुख किसान नेता जैसे सुखबीर खलीफा, पवन खटाना, डॉ. रूपेश वर्मा, सुनील फौजी, सुभाष चौधरी, विकास, जतन, बॉबी नागर, और अमन ठाकुर शामिल थे। उनकी रिहाई के बाद महापंचायत में पहुंचे किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई।
इस महापंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हापुड़, गाजियाबाद, शामली, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर और मेरठ से बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली और निजी वाहनों से पहुंचे। वर्तमान में महापंचायत स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है।