LUCKNOW NAGAR NIGAM CHUNAV: जैसे-जैसे यूपी नगर निकाय चुनाव की तिथि नज़दीक आ रही है। वैसे-वैसे लखनऊ में चुनावी समर में उतरे उम्मीदवार नए-नए वादे कर मतदाताओं को अपनी ओर खींचने में लगे हैं। वहीं इंदिरा नगर वार्ड नंबर 80 से पार्षद का चुनाव लड़ रहीं निर्दलीय प्रत्याशी विनीता डेविड ने प्रत्याशियों के इन थोथे दावों की हवा निकाल दी है।
बता दें कि 4 मई को होने वाले नगर निकाय चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार अभियान में उतरे उम्मीदवार जनता से मीठी-मीठी बातें कर रहे हैं और बे-सिर-पैर के लुभावने वादे कर रहे हैं। कोई कह रहा है कि हम जीते तो हाउस टैक्स माफ करा देंगे। कोई वाटर टैक्स खत्म कराने का दावा कर है। कोई इंदिरा नगर की सड़कों को पेरिस और लंदन जैसी रोड बनवाने के सपने दिखा रहा है।
वहीं अपनी डेडीकेटेड टोली के चुनाव चिह्न किताब के साथ इलेक्शन कैंपेन में उतरीं विनीता डेविड ने झूठे और मक्कारी भरे इस दावे की हवा निकाल दी है। उन्होंने सब्जबाज़ दिखाने वाले प्रत्याशियों को आईना दिखाते हुए कहाकि ये सब होगा कहां से।
अपने तर्क को सही ठहराते हुए विनीता ने कहाकि लखनऊ नगर कंगाली की राह पर है। आज की डेट में उसके ऊपर सौ, दो सौ नहीं 300 करोड़ का कर्ज है। विकास कार्य कराने के लिए पैसे नहीं है। साल 2019 में मिलाए गए 80 गांवों का विकास ठप है।
अपरोक्ष रूप से सत्तासीन बीजेपी पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहाकि यहां ट्रिपल इंजन की सरकार है। फिर भी हमारा नगर निगम आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। यहां ज़रूरी मेंटेनेंस करने के लिए भी बजट का रोना रहता है। ऐसे में हाउस टैक्स, रोड टैक्स और पानी टैक्स माफ करने की बात गले के नीचे नहीं उतरतीं।
वहीं लोगों की समस्याओं से अवगत विनीता कहती हैं कि वो भी चाहती हैं कि लोगों को ज़रूरी सुविधाएं मिले। उनके टैक्स माफ हों, स्वास्थ्य, शिक्षा की बेहतर सुविधा मिल सके। साफ-सफाई बेहतर हो। लेकिन भोली-भाली जनता को बरगला उनके साथ धोखा नहीं करना है। बल्कि दावा किया कि अगर वो जीतती हैं, तो यहां की जनता की सेवा करेंगी। यहां हर हाल में विकास होगा। लेकिन इसके लिए नगर निगम को अपनी आमदनी बढ़ानी होगी। क्योंकि बगैर बज़ट के विकास नहीं होगा।
नगर निगम के पैसों की तंगी का हवाला देते हुए विनीता डेविड ने कहाकि साल 2019 में नगर निगम की सीमा में 88 नए गांव मिलाए गए थे। उन्होंने मीडिया से सवाल के लहजे में कहाकि – आपको पता होना चाहिए कि नगर निगम में शामिल किए गए सिर्फ इन 88 गांवों में विकास कार्य कराने के लिए निगम को 5000 करोड़ से अधिक के बजट की दरकार है। और हमारा नगर निगम 300 करोड़ का कर्जदार है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए विनीता ने कहाकि हमारे लखनऊ नगर निगम का सालाना बजट महज़ 2000 करोड़ का है। जिसमें से 60 फीसदी बजट कर्मचारियों के ही वेतन-भत्तों पर खर्च हो जाता है। ऐसे में वादे करना कि हम जिता दो हम सब माफ़ कर करा देंगे। ये झूठ है। जनता के साथ मक्कारी है। ये सिर्फ और सिर्फ खयाली पुलाव है। जनता ऐसे उम्मीदवारो को सबक सिखाएगी।
बता दें कि इंदिरा नगर वार्ड नंबर 80 इन दिनों चुनावी माहौल से सराबोर है। विनीता डेविड जहां अपनी टीम के साथ प्रचार में जुटी हैं। वहीं उनके पति संजय डेविड भी अपनी न थकने वाली टीम के साथ हाथ जोड़े वोट मांगते जगह-जगह दिखाई देते हैं।
उनके साथ डॉ. देवेंद्र श्रीवास्तव, डॉ. एस आर पाण्डेय, हर्ष पुरी समेत कई लोग जनता से वोट डालने की गुहार कर रहे हैं। चुनावी अभियान में जुटे ये लोग घर-घर दस्तक अभियान के तहत निर्दलीय उम्मीदवार विनीता डेविड के चुनाव चिह्न किताब पर ही वोट देने की अपील कर रहे हैं। जहां उन्हें लोगों का अभूतपूर्व समर्थन मिल रहा है।