Maharashtra Chunao: महाराष्ट्र में NCP-शिवसेना के साथ चर्चा जारी जारी है। वहीं BJP 40 फीसदी विधायकों का काटने के संकेत दे रही है।
महाराष्ट्र असेंबली चुनाव में भाजपा अपनी पिछली बार लड़ी 164 सीटों में कुछ में बदलाव कर सकती है, ताकि सहयोगी दलों को संतुष्ट किया जा सके। शिवसेना (शिंदे गुट) और राकांपा (अजित पवार गुट) को दी जाने वाली सीटों पर भी सहमति बन चुकी है। हालांकि, इसकी घोषणा अभी नहीं की गई है।
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे की व्यवस्था पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार रात नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि बातचीत अंतिम चरण में है।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि कुल 288 सीटों में से केवल 30-35 सीटों पर सहमति बननी बाकी है। उन्होंने कहा कि अंतिम सीट बंटवारे की घोषणा एक या दो दिन में की जा सकती है।
शिंदे ने कहा, “हमारी अमित शाह के साथ चर्चा सकारात्मक और रचनात्मक रही। मतभेदों को दूर कर लिया गया है और बातचीत बिना किसी मुद्दे के अंतिम चरण में है। केवल 30-35 सीटें हैं जिन पर अंतिम बातचीत लंबित है। अगर जरूरत पड़ी तो उनके साथ फिर से चर्चा होगी और इसे एक या दो दिन में अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
वहीं, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य के प्रमुख नेताओं के साथ लगभग 160 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को लेकर भी चर्चा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में पार्टी ने सत्ता विरोधी माहौल को कम करने के लिए 30 से 40 फीसदी विधायकों के टिकट काटने का फैसला किया गया है।
भाजपा मुख्यालय में बुधवार शाम लगभग तीन घंटे चली बैठक में केंद्रीय नेतृत्व ने भाजपा के हिस्से में आने वाली लगभग 160 सीटों पर नामों चर्चा की थी।
सूत्रों के अनुसार पार्टी ने 100 से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। कुछ सीटों को रणनीति के हिसाब से रोका गया है। बाकी पर दूसरे दलों के उम्मीदवारों को देखकर फैसला किया जाएगा। सहयोगी दलों के साथ एक-दो सीटों की अदला-बदली की संभावना बनी हुई है।
सूत्रों के अनुसार भाजपा अपनी पिछली बार लड़ी 164 सीटों में कुछ में बदलाव कर सकती है, ताकि सहयोगी दलों को संतुष्ट किया जा सके। शिवसेना (शिंदे गुट) और राकांपा (अजित पवार गुट) को दी जाने वाली सीटों पर भी सहमति बन चुकी है। हालांकि, इसकी घोषणा अभी नहीं की गई है।
केंद्रीय नेतृत्व को अंदरूनी तौर पर जो रिपोर्ट मिली है, उसमें लगभग आधे विधायकों के खिलाफ सत्ता विरोधी माहौल माना गया है, लेकिन पार्टी में बगावत न हो जाए इस डर से 30 से 40 फीसदी के बीच ही टिकट काटने की संभावना है। पहली सूची जारी करने के पहले पार्टी कुछ और समीकरणों पर विचार करेगी।
बैठक में जिन सीटों के लिए उम्मीदवार तय किए गए हैं, उनमें लगभग 60 मौजूदा विधायक शामिल हैं। कुछ हारी हुई सीटों पर भी उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए गए हैं।