Omar Abdullah: लोकसभा चुनाव में हारने के बावजूद विधानसभा चुनाव में दो सीटों पर जीत दर्ज कर उमर अब्दुल्ला ने साबित कर दिया कि वे खेल को पलट सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद हुए विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने 49 सीटों पर जीत हासिल की, जिसमें सबसे ज्यादा 42 सीटें नेशनल कॉन्फ्रेंस को मिलीं। राज्य में सरकार बनाने के लिए 46 सीटों की जरूरत होती है, इसलिए उमर अब्दुल्ला के अगले मुख्यमंत्री बनने की संभावना है। हालांकि बीजेपी ने भी इन चुनावों में सबसे ज्यादा वोट प्राप्त किए।
प्रधानमंत्री मोदी ने इन नतीजों के बाद कांग्रेस पर निशाना साधते हुए इसे परजीवी पार्टी बताया, जो अपने सहयोगियों को नुकसान पहुंचाती है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में भी कांग्रेस की वजह से सहयोगी दलों का प्रदर्शन खराब हुआ।
उमर अब्दुल्ला ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद चंद महीनों में जोरदार वापसी की है। जून में हुए लोकसभा चुनाव में 2 लाख से अधिक वोटों से हारने के बाद अक्टूबर में वे विधानसभा की दो सीटों से विजयी हुए। इस जीत के साथ उमर अब्दुल्ला का 2014 का ट्वीट फिर से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने लिखा था, “शांति बनाए रखें, मैं वापस जरूर आऊंगा।”
इस बार के विधानसभा चुनाव उमर अब्दुल्ला के लिए चुनौतीपूर्ण थे क्योंकि उनकी प्रतिष्ठा दांव पर थी। उन्होंने गांदरबल और बड़गाम सीटों पर चुनाव लड़ा और दोनों जगह जीत हासिल की। बड़गाम सीट पर उनका मुकाबला इंजीनियर अब्दुल राशिद शेख से था, जिनसे वे लोकसभा चुनाव में 2 लाख से अधिक वोटों से हार चुके थे।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों से यह स्पष्ट हो गया है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जोरदार वापसी की है और उमर अब्दुल्ला ने जनता का विश्वास जीत लिया है। वहीं, महबूबा मुफ्ती की पीडीपी को जनता ने नकार दिया है। बीजेपी भी जम्मू क्षेत्र के बाहर अपनी पकड़ मजबूत करने में नाकाम रही है, लेकिन फिर भी उसने सबसे ज्यादा वोट हासिल किए हैं।
जम्मू-कश्मीर के इन चुनावों को ऐतिहासिक कहा जा सकता है। पहली बार यहां औसतन 63% से ज्यादा मतदान हुआ और लोकतंत्र में जनता का विश्वास बढ़ा है। जम्मू क्षेत्र में बीजेपी को बढ़त मिली, जबकि कश्मीर घाटी में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन को ज्यादा सीटें मिलीं। बीजेपी ने जम्मू रीजन की 43 में से 29 सीटें जीतीं और जम्मू-कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।
फारूक अब्दुल्ला ने खुद ऐलान किया है कि उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे।