केजरीवाल बिदके, कहा- दिल्ली अध्यादेश पर कांग्रेस रुख साफ करे
Opposition Unity: विपक्षी एकता का फर्स्ट राउंड क्लियर हो गया। बैठक से साफ हो गया कि AAP इस विपक्षी महागठबंधन से सबसे पहले बाहर होगी।
Opposition Unity: बिहार के मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में देश भर की 15 पार्टियों के नेता मौजूद रहे। मैराथन बैठक में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम, सीट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। बैठक में ही तय किया गया कि विपक्षी पार्टियों की अगली बैठक शिमला में 12 से 14 जुलाई के बीच हो सकती है।
Opposition Unity:वहीं विपक्षी पार्टियों की पहली बैठक के बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हुए। वे प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए। उनके जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने स्टेटमेंट जारी करके कहा कि कांग्रेस केंद्र सरकार के काले अध्यादेश पर अपना रुख साफ करे, नहीं तो उनके साथ किसी भी बैठक में शामिल नहीं होंगे।
सीएम आवास में जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगली बैठक जल्द की जाएगी और इसी बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा कि कौन कहां से, कैसे लड़ेगा।
इस बैठक में तय हुआ कि हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी होगा। भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का नाम तय होगा। कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनेगा। सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला बनेगा। दिल्ली अध्यादेश पर केंद्र का विरोध करने पर चर्चा हुई।
भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी होगा। भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का नाम तय होगा। कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनेगा। सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला बनेगा। दिल्ली अध्यादेश पर केंद्र का विरोध करने पर चर्चा हुई।
Opposition Unity: प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा-हिंदुस्तान की नींव पर हमला हो रहा है। BJP-RSS आक्रमण कर रही है। मैंने मीटिंग में कहा कि हम सब एक साथ खड़े हैं। सभी पार्टी में थोड़े-थोड़े डिफ्रेंसेज है, लेकिन एक साथ काम करेंगे। आज जो बातचीत की है, उसे अगली मीटिंग में और आगे बढ़ाएंगे।
ममता बनर्जी ने कहा- नीतीश कुमार ने बहुत अच्छे तरीके से मीटिंग का आयोजन किया है। पटना से ही जनआंदोलन शुरू होता है। दिल्ली में कई बार मीटिंग हुई, लेकिन उसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला।
आज की मीटिंग में तीन चीजें क्लियर हुई। पहला हम एक है। दूसरी हम एक साथ लड़ेंगे। तीसरी जो भी पॉलिटिकल एजेंडा बीजेपी लाए, हमलोग साथ मिलकर उसका विरोध करेंगे। इस लड़ाई में अपना खून बहाना पड़ा तो बहाएंगे। आज इतिहास का बड़ा दिन है।
Opposition Unity: AAP ने स्टेटमेंट जारी कहा कि केंद्र सरकार के काले अध्यादेश को हराना बहुत जरूरी है। पटना की बैठक में शामिल 15 दलों में से 12 दलों का प्रतिनिधित्व राज्यसभा से है। कांग्रेस को छोड़कर सभी 11 दलों ने केंद्र के अध्यादेश को लेकर AAP का समर्थन किया है। सभी 11 दलों ने यह कहा कि वे राज्यसभा में इसका विरोध करेंगे।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बुलावे पर पटना में आयोजित विपक्ष की बैठक पर 4 मुद्दों पर आगे बढ़ने पर सहमति बनी। साथ ही मल्लिकार्जुन खड़गे ने अगली बैठक 12-14 जुलाई के बीच शिमला में कराने का एलान किया।
इस बैठक में तय हुआ कि हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी होगा। भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का नाम तय होगा।
कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनेगा। सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला बनेगा। दिल्ली अध्यादेश पर केंद्र का विरोध करने पर चर्चा हुई।
बैठक में 15 पार्टियों के 27 नेता शामिल हुए। मीटिंग में शामिल होने वाली पार्टियों के नाम JDU, RJD, AAP, DMK, TMC, CPI, CPM, CPI (ML), PDP, नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), सपा, JMM और NCP हैं।
Opposition Unity: वहीं बैठक में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके के नेता एम के स्टालिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की नेता ममता बनर्जी, उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राघव चड्ढा, संजय सिंह, लेफ्ट से डी राजा, दीपांकर भट्टाचार्य, सीताराम येचुरी और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती शामिल हुईं।
कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी, NCP से शरद पवार, सुप्रीया सुले, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, सपा के अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी ) के उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, संजय राऊत, JMM के हेमंत सोरेन, बिहार से JDU से नीतीश कुमार, संजय झा, ललन सिंह और RJD के तेजस्वी यादव और लालू यादव।