Raj Bisaria: रंग निर्देशक पद्मश्री राज बिसारिया का 16 फरवरी की शाम लखनऊ में निधन हो गया। आज उनका पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार बैकंठ धाम में होगा।
राज बिसारिया के पार्थिव शरीर की अन्तिम यात्रा 17 फरवरी को सुबह 9 बजे उनके घर से भारतेन्दु नाट्य अकादमी के लिए प्रस्थान करेगी। 9:30 बजे उनके पार्थिव शरीर को अन्तिम दर्शनार्थ बीएनए में रखा जाएगा बीएनए से लगभग 10:00 बजे अन्तिम संस्कार के लिए बैकुण्ठ धाम को प्रस्थान किया जाएगा। बैकुण्ठ धाम में 11:00 बजे अन्तिम संस्कार की प्रक्रिया प्रारम्भ होगी।
गुरुदेव के पार्थिव शरीर की अन्तिम यात्रा आज सुबह 9:00 बजे से उनके घर से भारतेन्दु नाट्य अकादमी के लिए प्रस्थान करेगी।
सुबह 9:30 बजे उनके पार्थिव शरीर को अन्तिम दर्शनार्थ बीएनए में रखा जाएगा।
बीएनए से सुबह 10:00 बजे अन्तिम संस्कार के लिए बैकुण्ठ धाम को प्रस्थान किया जाएगा।
कुण्ठ धाम में 11:00 बजे अन्तिम संस्कार की प्रक्रिया प्रारम्भ होगी।
रंगमंच के एक युग का अवसान हो गया। रंगनिर्देशक पद्मश्री राज बिसारिया का आज शाम लखनऊ में निधन हो गया। वे कई बीमारियों से पीड़ित थे। लंबे समय से उनका उपचार चल रहा था। उनका जन्म 10 नवंबर 1935 को लखीमपुर खीरी में हुआ था।
वे रंग प्रशिक्षण देने वाली 1975 में स्थापित राजधानी लखनऊ स्थित संस्था भारतेन्दु नाट्य अकादमी के संस्थापक निदेशक थे। इसी अकादमी में 1989 में उन्होंने रंगमण्डल की स्थापना की थी।
राज बिसारिया ने लखनऊ विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के लम्बे अरसे तक शिक्षक रहे। उन्होंने 1962 में लखनऊ विश्वविद्यालय में थिएटर ग्रुप बनाया था। 1966 में थिएटर आर्ट्स वर्कशाप की स्थापना की थी।
अंग्रेजी रंगमंच के बाद उन्होंने हिंदी रंगमंच में उल्लेखनीय योगदान दिया। करीब तीन वर्ष पहले उनकी एंजियोप्लास्टी हुई थी। राज बिसारिया को सांस लेने में तकलीफ थी और वह गले के कैंसर से पीड़ित थे।