Friday, October 18, 2024
HomeINDIATurmeric Glass Powder: साबुत हल्दी में ख़तरनाक मिलावट, शीशे का लेप मिला,...

Turmeric Glass Powder: साबुत हल्दी में ख़तरनाक मिलावट, शीशे का लेप मिला, 20 फीसदी नमूने फेल

Turmeric Glass Powder: उत्तर प्रदेश में हल्दी के 3028 नमूने लिए गए थे, जिनमें से 926 की जांच रिपोर्ट सामने आई है। इसमें 20 प्रतिशत नमूने फेल पाए गए हैं। 132 नमूने स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पाए गए और 56 अधोमानक हैं। हानिकारक नमूनों में 28 प्रतिशत में सीसा (लेड) और 6 प्रतिशत में लेड क्रोमेट पाया गया है।

साबुत हल्दी में पाई गई ज्यादा मिलावट

अगर आप शुद्धता के लिए साबुत हल्दी का उपयोग कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। जांच में साबुत हल्दी में हल्दी पाउडर के मुकाबले ज्यादा मिलावट पाई गई है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। साबुत हल्दी में उसकी लाइफ बढ़ाने और उसे फफूंदी से बचाने के लिए उस पर लेड मिश्रित लेप किया जाता है।

बांग्लादेश में भी सीसे की समस्या

बांग्लादेश में हल्दी में सीसे की विषाक्तता से वहां के बच्चों का बौद्धिक स्तर प्रभावित हो रहा था और गर्भवती महिलाओं पर भी इसका बुरा असर पड़ा। नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के जिन राज्यों में खाद्य पदार्थों में लेड की मिलावट है, उनमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है।

हल्दी जांच अभियान

मुख्य सचिव के निर्देश पर प्रदेश भर में 22 अगस्त से 6 सितंबर के बीच हल्दी की जांच के लिए एक वृहद अभियान चलाया गया। इस दौरान हल्दी निर्माता, वितरक, थोक विक्रेता और रिटेलरों से कुल 3028 नमूने लिए गए, जिनमें 30 प्रतिशत साबुत हल्दी और 70 प्रतिशत हल्दी पाउडर के थे।

लेड मिश्रित खाद्य पदार्थ का सेवन खतरनाक

सीसे (लेड) मिश्रित खाद्य पदार्थों का सेवन जानलेवा हो सकता है। इसका सबसे बुरा असर बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर होता है। बच्चों का बौद्धिक स्तर (आईक्यू) घट सकता है और मस्तिष्क में अपरिवर्तनीय क्षति हो सकती है। यह लिवर और तंत्रिका तंत्र को भी प्रभावित करता है, और गर्भस्थ शिशु पर इसके दुष्प्रभाव सामने आए हैं।

जांच में पाए गए अन्य हानिकारक तत्व

इन नमूनों की जांच के लिए उन्हें पांच निजी लैब में भेजा गया था। अब तक 926 नमूनों की जांच रिपोर्ट आई है। हाल ही में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में विश्व बैंक के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में इस रिपोर्ट को पेश किया गया। रिपोर्ट में पाया गया कि असुरक्षित नमूनों में 28 प्रतिशत में लेड, 61 प्रतिशत में कॉपर और टिन, 6 प्रतिशत में लेड क्रोमियम, 2 प्रतिशत में आर्सेनिक और 3 प्रतिशत में सिंथेटिक रंग पाए गए हैं।

साबुत हल्दी के नमूने ज्यादा खतरनाक

खास बात यह है कि खतरनाक श्रेणी के 37 नमूनों में से 33 साबुत हल्दी और सिर्फ 4 हल्दी पाउडर के थे। बाकी नमूनों की जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments