Rahul Gandhi: मानहानि मामले में पहले सजा और फिर सांसदी जाने के बाद राहुल गांधी ने कहाकि- पीएम मोदी और गौतम अडाणी पर सवाल पूछता रहूंगा, सांसदी छीनकर वो डरा नहीं सकते।
Rahul Gandhi: ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है…’, राहुल के इस बयान से जुड़े मानहानि केस में सूरत की कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई थी। सजा के बाद उनकी संसद सदस्यता खत्म कर दी गई। उसके बाद राहुल, प्रियंका के साथ कांग्रेस ऑफिस पहुंचे और 28 मिनट मीडिया से बातचीत की।
Rahul Gandhi: हिन्दुस्तान का लोकतंत्र खतरे में है… राहुल गांधी ने इसी लाइन के साथ अपनी बात की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने सवाल किया- अडाणी और मोदी का रिश्ता क्या है? उन्होंने केंब्रिज यूनिवर्सिटी में लोकतंत्र पर कही अपनी बात और सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है… वाले बयान पर सफाई भी दी। राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में 16 बार मोदी जी, 9 बार प्रधानमंत्री और 38 बार अडाणी का नाम लिया। उन्होंने आगे का प्लान भी बताया।
Rahul Gandhi: राहुल बोले- भारत जोड़ो यात्रा में साढ़े 4 महीने जनता के बीच रहा। ये मेरा काम है और करता जाऊंगा। आज के हिंदुस्तान में जो पहले राजनीतिक पार्टियों को सपोर्ट मिलती थी। मीडिया और बाकी संस्थानों से मिलती थी। अब नहीं मिलती है। तो विपक्षी पार्टियों के पास एक ही रास्ता है। जनता के बीच में जाने का।
Rahul Gandhi: उन्होंने आगे कहा – आप मेरी भारत जोड़ो यात्रा में मेरी कोई भी स्पीच देख लीजिए। मैं वहां कह रहा हूं कि सब समाज एक है। सबको एक साथ चलना चाहिए। भाईचारा होना चाहिए। नफरत, हिंसा नहीं होनी चाहिए। ये OBC का मामला नहीं है, ये नरेंद्र मोदीजी और अडाणीजी के रिश्ते का मामला है।
20 हजार करोड़ रुपए, जो अडाणीजी को पता नहीं कहां से मिले। उसके बारे में मैं सवाल पूछ रहा हूं। उसका जवाब चाहिए। भाजपा ध्यान को भटकाने की कोशिश करती है। कभी OBC की बात करेगी, कभी विदेश में दिए बयान की बात करेगी।
राहुल कहते रहे: चाहे स्टेट हो कुछ भी हो। मैं सच्चाई को देखता हूं। मुझे और किसी चीज में रुचि नहीं है। मैं सच्चाई बोलता हूं। राजनीति में यह फैशनेबल बात नहीं है। मगर ये बात मेरे खून में है। मैं और कोई रास्ता निकाल ही नहीं सकता हूं। तो ये मेरा काम है। यही मेरी तपस्या है। जीवन की तपस्या है। इसे मैं करता जाऊंगा। चाहे मुझे डिस्क्वालिफाई करें। मारें-पीटें। चाहे जेल में डालें। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। इस देश ने मुझे सब कुछ दिया है।
राहुल बोले: वायनाड के लोगों के साथ मेरा पारिवारिक रिश्ता है। फैमिली और प्यार का रिश्ता है। मैंने सोचा कि मैं वायनाड के लोगों के लिए चिट्ठी लिखूं कि मेरे दिल में उनके लिए क्या है।
राहुल बोले: मैं सब विपक्षी दलों का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने इस मामले में हमारा सपोर्ट किया। हम सब मिलकर काम करेंगे। सांसदी जाने के मुद्दे पर कहाकि- अभी ये लीगल डिस्कशन है। उस पर मैं टिप्पणी नहीं करना चाहता। मगर मैं जो भी सवाल उठाता हूं वो सोच-समझकर उठाता हूं।
Rahul Gandhi: राहुल ने कहाकि – चाहे मुझे सदस्यता मिले, ना मिले, मैं अपना काम करूंगा। अगर ये मुझे स्थायी रूप से डिसक्वालिफाई कर दें, तो भी मैं अपना काम करुंगा। चाहे ये मुझे बहाल कर दें, तो भी मैं अपना काम करूंगा। मैं संसद के अंदर हूं या बाहर, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझे अपनी तपस्या करनी है, वो मैं करके दिखाऊंगा।
कांग्रेस नेता बोले- 20 हजार करोड़ रुपए अडाणी जी की शैल कंपनियों में कहां से आए। आप जांच कीजिए, अगर बात निकली कि ये हमारे सीएम का पैसा है तो उन्हें जेल में डाल दीजिए। अगर बात निकली कि किसी और का पैसा है तो उसको जेल में डालिए।
राहुल बोले नरेंद्र मोदी जी ने ये जो पैनिक रिएक्शन किया है। इससे विपक्ष को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। ये इन्होंने हमें हथियार पकड़ा दिया है। ये मोदी जी पैनिक में आ गए कि बात निकल जाएगी कि ये 20 हजार करोड़ रुपए किसके हैं। वो डर गए, घबरा गए। ये पूरा सीक्वेंस इन्होंने शुरू कर दिया।
Rahul Gandhi: जनता के दिमाग में ये सवाल आ गया है। जनता जानती है कि अडाणी जी एक भ्रष्ट व्यक्ति हैं। अब जनता के दिमाग में ये सवाल उठा है कि हिंदुस्तान का पीएम एक भ्रष्ट व्यक्ति को क्यों बचा रहा है। बीजेपी के लोगों ने कहा कि अडाणी पर आक्रमण देश पर आक्रमण है। इनके लिए देश अडाणी है और अडाणी देश है।
राहुल ने दोहराया- मैं सिर्फ एक कदम उठाऊंगा। वो कदम होगा देश में सच के लिए लड़ना और देश के डेमोक्रेटिक नेचर को बचाना। इसके लिए मुझे जो भी करना पड़े, मैं करूंगा। देश के लोगों को मिस्टर अडाणी जैसे लोगों की सच्चाई बताऊंगा। अडाणी जी पीएम के साथ अपने रिश्ते का फायदा उठा रहे हैं।
भाजपा के बार-बार माफी मांगने के सवाल पर राहुल ने कहाकि – मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता। मैंने संसद में कहाकि मुझे बोलने दीजिए। दो बार चिट्ठी लिखी।
तीसरी बार खुद स्पीकर से मिलने गया कि आप मुझे बोलने दीजिए। आप लोकतंत्र के रक्षक हैं। उन्होंने मुस्कुरा कर कहा कि भैया मैं तो नहीं कर सकता। आप नहीं कर सकते तो कौन कर सकता है।
मेरा पॉइंट है कि इस देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है। इस देश में जो हमारे दिल में है, वो हम बोल नहीं सकते हैं। संस्थानों पर हमला हो रहा है। उसका मैकेनिज्म मोदी जी और अडाणी जी का रिश्ता है। आप अडाणी जी को इसलिए बचा रहे हो क्योंकि आप ही अडाणी हो।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान के CM अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल, प्रियंका गांधी, अभिषेक मनु सिंघवी, जयराम रमेश और वेणुगोपाल मौजूद थे।