UP NAGAR NIKAY CHUNAV : उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के पहले चरण में 4 मई को 37 जिलों में मात्र 52 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। महराजगंज में मतदान का प्रतिशत सबसे ज्यादा 66.48 रहा, जबकि सबसे कम वोट प्रयागराज के लोगों ने 33.61 प्रतिशत डाले। योगी सरकार के तमाम दावों के बावज़ूद लखनऊ में सिर्फ 38.62 फीसदी मतदान हुआ।
इस तरह से 388 निकायों के 7592 पदों के लिए चुनावी रण में उतरे 44226 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम और मतपेटिकाओं में बंद हो गया। अब इस फैसला 13 मई को नतीजों के दिन होगा।
गौर करें तो पहले चरण में मतदाताओं ने धीमी गति से वोट डालने की शुरुआत की। सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और शुरुआती दो घंटे में यानी नौ बजे तक मात्र 12.25 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। 11 बजे 20 प्रतिशत ही मतदान हो पाया। एक बजे तक 28 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया।
सबसे ज्यादा गहमागहमी नगर निगमों में रही, जहां 10 महापौर एवं 820 पार्षद पदों के लिए चुनाव हुए। कई निगमों में प्रत्याशी समर्थकों के बीच झड़पें हुईं। अन्य स्थानों पर भी हंगामा हुआ।
अमरोहा की गजरौला नगर पालिका क्षेत्र में बसपा प्रत्याशी समर्थकों ने वोट न डालने देने का आरोप लगाया। हंगामा इतना बढ़ा कि जमकर पथराव हुआ। इसमें पोलिंग पार्टियों को लेकर गईं कई बसों के भी शीशे टूट गए।
अमरोहा में भी पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीं। झांसी में भी हंगामे की सूचना आई। वाराणसी में फर्जी मतदान को लेकर हंगामा हुआ। 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। गाजीपुर में सपा प्रत्याशी ने थाने में धरना दिया। मैनपुरी में दो प्रत्याशियों के बीच भिड़ंत हो गई।
हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि सभी जगह शांतिपूर्वक मतदान हुआ है। चंदौली की नगर पंचायत चकिया के वार्ड-3 के एक सदस्य का नाम मतपत्र में गलत होने के कारण यहां फिर से मतदान कराया जाएगा।
गौर करें तो 37 में से 34 जिले ऐसे रहे, जिनमें मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार गिर गया। केवल तीन जिलों में मतदान प्रतिशत बढ़ा। गोरखपुर, जौनपुर, मुरादाबाद में ही पिछले साल के मुकाबले ज्यादा मतदान हुआ।
स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार ने कहा है कि निकाय चुनाव के दौरान पूरे प्रदेश में कहीं भी हिंसा नहीं हुई है। सभी जगह शांतिपूर्वक मतदान हुआ।