WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह बोले- होइहि सोइ जो राम रचि राखा
Brijbhushan Sharan Singh: यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण शरण सिंह यूपी के गोंडा की रैली के दौरान काफी हल्के अंदाज में नजर आए। वह काफी देर तक हंसते रहे।
Brijbhushan Sharan Singh: महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों से घिरे WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने गोंडा में शक्ति प्रदर्शन किया। मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर रविवार को बृजभूषण ने 35 किलोमीटर रोड से निकाला। उनका जगह-जगह पर स्वागत हुआ। यहां से वह रघुराज शरण सिंह महाविद्यालय में पहुंचे, जहां जनसभा को संबोधित किया। मंच से बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क बढ़ावै साखा।
Brijbhushan Sharan Singh: इसके बाद उन्होंने भारत माता के जयकारे लगाए। यही नहीं, उन्होंने शायरी भी सुनाई। ”कभी अश्क-कभी गम और कभी जहर पिया जाता है, तब यह मिला मुझको मोहब्बत का सिला, बेवफा कहके मेरा नाम लिया जाता है, इसको रुसवाई कहें या शोहरत, अपने दबे होठों से मेरा नाम लिया जाता है, कभी-कभी अपने आप से सवाल करने लगते हैं, जब-जब सरसरी नज़र से सवाल करते हैं, तो गंभीर चीजों को नकार देते हैं।” माना जा रहा है कि सांसद ने शायरी के बहाने ही अपने ऊपर लगे आरोपों पर पलटवार किया है।
बीजेपी सांसद ने मंच से लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। उनके साथ मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद थे।
हालांकि मीडियाकर्मियों ने जब WFI के पूर्व अध्यक्ष से शायरी को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। कहा, ”मेरे सभी कार्यक्रम ऐसे ही होते हैं। ये पार्टी का कार्यक्रम है। यहां विवाद का कोई विषय नहीं है।”
भाजपा सांसद ने आगे कहा कि कैसरगंज लोकसभा से ही फिर से चुनाव लड़ूंगा। 2024 में भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बना रही है। यूपी की सभी सीटों पर भाजपा जीत दर्ज करेगी।
भाजपा सांसद ने रोड शो की शुरुआत अपने विष्णोहरपुर आवास से की। इस दौरान उनके समर्थकों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली।
Brijbhushan Sharan Singh: इसके साथ ही बृजभूषण ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के दौर में भारत की 78 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पाकिस्तान ने कब्जा कर ली और कांग्रेस के समय से 33 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन चीन के कब्जे में है। जब पाकिस्तान के 92 हजार सैनिकों को भारत ने बंदी बनाया तो कांग्रेस के लोगों ने उन्हें छोड़ दिया। अगर उस समय मोदी पीएम होते या बीजेपी का कोई पीएम होता, तो पहले पाकिस्तान से जमीन छुड़ाई जाती। इसके बाद उनके सैनिकों को यहां से छोड़ा जाता।
राजनीति जानकारों के अनुसार, जनसभा का मोटिव भले ही केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर उपलब्धियां गिनाने का हो, लेकिन इसके बहाने बृजभूषण अपनी राजनीतिक शक्ति का एहसास दिलाना चाह रहे हैं।
दरअसल, अयोध्या में 5 जून को बीजेपी सांसद द्वारा आयोजित होने वाली जनचेतना महारैली स्थगित कर दी गई थी। क्योंकि इस कार्यक्रम से ऐन वक्त पहले ही दिल्ली में धरना दे रहे पहलवान बृजभूषण की गिरफ्तारी न होने के विरोध में हरिद्वार में मेडल विसर्जित करने जाने वाले थे। लेकिन पहलवानों को भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी राकेश टिकैत ने रोक दिया था और अपने घर मुजफ्फरनगर बुलाकर इस मसले पर सौरम में एक जून को महापंचायत बुलाई थी। उनकी अपील पर पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक उनके घर पहुंचे थे। माहौल गर्माता देख सांसद ने जनचेतना रैली स्थगित कर दी थी।
बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायतें खुलकर उतर आई हैं। बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत की अध्यक्षता में मुजफ्फरनगर के शोरम में महापंचायत हुई थी। इस दौरान टिकैत ने कहा था कि सरकार हमें जाति में बांटने की कोशिश कर रही है। इन लड़कियों के साथ भी ऐसा ही है। पहले उन्होंने हिंदू मुस्लिम किया, यूपी में हिंदू मुस्लिम किया।