Parliament Special Session: संसद के विशेष सत्र में 8 विधेयक पटल पर रखे जाएंगे। आजादी के बाद के 75 साल की उपलब्धियों पर चर्चा होगी। संसद का विशेष सत्र आज से शुरू हो रहा है। 18 सितंबर से 22 सितंबर तक विशेष सत्र चलेगा।
संसद के विशेष सत्र में पहले दिन सोमवार को आजादी के बाद 75 साल की उपलब्धियों पर चर्चा होगी। विषय होगा संसदीय यात्रा की शुरुआत, उपलब्धियां, अनुभव, स्मृतियां और उनसे मिली सीख। इस पर चर्चा के बाद संभवत: बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी जवाब देंगे।
लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों को संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन मंगलवार सुबह ग्रुप फोटो के लिए बुलाया गया है।
सभी सांसदों को मंगलवार सुबह 9.30 बजे ग्रुप फोटो के लिए बुलाया गया है। नए संसद भवन में प्रवेश के लिए सांसदों को नए पहचान पत्र भी जारी किए जा रहे हैं। संसदीय कार्यवाही मंगलवार से नए संसद भवन में चलेगी।
सूत्रों ने कहा कि यह मौजूदा संसद का आखिरी सत्र होने का एक संकेत है और सरकार लोकसभा चुनाव समय से पहले करवा सकती है।
संसद के विशेष सत्र से पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गंधी ने नौ बिंदुओं पर केंद्र को पत्र लिखा था। लेकिन अब तक वहां से कोई जवाब नहीं आया है। वहीं, सनातन धर्म के सवाल पर थरूर ने कहा कि हमारी पार्टी सर्व धर्म सम्भाव पर विश्वास करती है। हम हर धर्म का सम्मान करते हैं।
संसद का विशेष सत्र आज से शुरू हो रहा है। 18 सितंबर से 22 सितंबर तक विशेष सत्र का आयोजन किया जाएगा। संसद के विशेष सत्र का पहला दिन तो पुराने संसद भवन में ही आयोजित होगा लेकिन दूसरे दिन से विशेष सत्र की कार्यवाही नए संसद भवन की जाएगी।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस नेता एचडी देवगौड़ा ने रविवार को कहा कि मैं संसद सत्र में हिस्सा लेने आया हूं। बस इंतजार करें और संसद में चर्चा का परिणाम देखें। मैं अब क्यों खुलासा करूं, मैं संसद में क्या कहना चाहूंगा? दिग्गज नेता के इस बयान ने राजनीतिक हलकों और जनता के बीच व्यापक उत्सुकता पैदा कर दी है।
देश के लिए रविवार ऐतिहासिक दिन रहा जब नए संसद भवन पर पहली बार तिरंगा फहराया गया। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने नई संसद के गज द्वार के ऊपर राष्ट्रध्वज फहराया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी उनके साथ थे। संसद का पांच दिनी विशेष सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। पहले दिन संसद की कार्यवाही पुराने भवन में होगी। मंगलवार से संसदीय कार्यवाही नए भवन में होगी।
संसद के विशेष सत्र में पहले दिन सोमवार को आजादी के बाद 75 साल की उपलब्धियों पर चर्चा की जाएगी। विषय होगा संसदीय यात्रा की शुरुआत, उपलब्धियां, अनुभव, स्मृतियां और उनसे मिली सीख। सूत्रों के अनुसार, इस पर चर्चा के बाद संभवत: बुधवार को पीएम जवाब देंगे। अंतिम दो दिन विधायी कामकाज निपटाए जाएंगे।
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विशेष सत्र के दौरान कुल 8 विधेयकों को चर्चा और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है। इनमें मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यालय की अवधि) विधेयक, 2023, द प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियोडिकल्स बिल, डाकघर विधेयक प्रमुख हैं।