Aaj Ka Rashifal Aur panchang 8 October 2024 ।।आज का पंचांग।।
कलियुगाब्द……………………5126
विक्रम संवत्…………………..2081
शक संवत्………………………1946
रवि………………………..दक्षिणायन
मास……………………………आश्विन
पक्ष………………………………शुक्ल
तिथी…………………………….पंचमी
प्रातः 11.15 पर्यंत पश्चात षष्ठी
सूर्योदय……प्रातः 06.21.00 पर
सूर्यास्त …..संध्या 06.07.49 पर
सूर्य राशि………………………कन्या
चन्द्र राशि……………………वृश्चिक
गुरु राशि……………………….वृषभ
नक्षत्र…………………………..ज्येष्ठा
रात्रि 03.59 पर्यंत पश्चात मूल
योग……………………….आयुष्मान
प्रातः 06.49 पर्यंत पश्चात सौभाग्य
करण…………………………बालव
प्रातः 11.15 पर्यंत पश्चात कौलव
ऋतु……………………..शरद
दिन…………………………मंगलवार
आंग्ल मतानुसार :-
08 अक्तूबर सन 2024 ईस्वी ।
अभिजीत मुहूर्त :-
दोप 11.50 से 12.37 तक ।
👁🗨 राहुकाल :-
दोप 03.08 से 04.36 तक ।
☸ शुभ अंक………………..8
🔯 शुभ रंग………………..लाल
उदय लग्न मुहूर्त :-
कन्या
04:51:59 07:02:35
तुला
07:02:35 09:17:17
वृश्चिक
09:17:17 11:33:27
धनु
11:33:27 13:39:03
मकर
13:39:03 15:26:10
कुम्भ
15:26:10 16:59:42
मीन
16:59:42 18:30:55
मेष
18:30:55 20:11:39
वृषभ
20:11:39 22:10:18
मिथुन
22:10:18 24:24:01
कर्क
24:24:01 26:40:11
सिंह
26:40:11 28:51:59
🚦 दिशाशूल :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें
✡ चौघडिया :-
प्रात: 09.18 से 10.45 तक चंचल
प्रात: 10.45 से 12.13 तक लाभ
दोप. 12.13 से 01.40 तक अमृत
दोप. 03.07 से 04.35 तक शुभ
रात्रि 07.35 से 09.08 तक लाभ ।
📿 आज का मंत्र :-
।। ॐ आंजनेय नमः ।।
संस्कृत सुभाषितानि
श्रीमद्भगवतगीता (नवमोऽध्यायः – राजविद्याराजगुह्ययोग:) –
शुभाशुभफलैरेवं मोक्ष्यसे कर्मबन्धनैः ।
संन्यासयोगयुक्तात्मा विमुक्तो मामुपैष्यसि ॥
अर्थात :
इस प्रकार, जिसमें समस्त कर्म मुझ भगवान के अर्पण होते हैं- ऐसे संन्यासयोग से युक्त चित्तवाला तू शुभाशुभ फलरूप कर्मबंधन से मुक्त हो जाएगा और उनसे मुक्त होकर मुझको ही प्राप्त होगा॥
🍃 आरोग्यं :-
इमली के औषधीय उपयोग :
. नेत्र की लाली : इमली के पानों का रस और दूध मिलाकर कांसी की थाली में कांसे के कटोरे से खूब घोटे फिर आँखों की पलक तथा चारो और लगाने से लाली, अश्रुस्त्राव और डाह दूर होता है |
. सोमरोग : इमली की गिरी 4 माशे रात्री में पानी में भिगो कर रख दे दुसरे दिन सुबह छिलके निकालकर दूध के साथ छान कर पी ले समस्त प्रकार के मूत्र विकार समाप्त होंगे |
. अति स्वेद : पकी इमली की गिरी को इमली के फलों के जल में पीसकर लेप करने से ज्यादा और बदबूदार पसीने की समस्या दूर होगी |
आज का राशिफल
🐏 राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
आज पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। अज्ञात भय सताएगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। कुसंगति से बचें। चिंता रहेगी। धन प्राप्ति में अवरोध दूर होंगे। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी।
🐂 राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। शुभ समय। शत्रु भय रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। भूमि व भवन संबंधी खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। आर्थिक उन्नति होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा।
👫 राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। कारोबार में बुद्धिबल से उन्नति होगी। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। दुष्टजनों से सावधानी आवश्यक है। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। प्रमाद से बचें।
🦀 राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
शादी की बात बिगड़ सकती है। आवश्यक निर्णय सोच-समझकर करें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार की प्राप्ति संभव है। किसी के उकसाने में न आएं। व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान हो सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी।
🦁 राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। आय में वृद्धि होगी। कारोबार का विस्तार होगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। प्रयास सफल रहेंगे। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। निवेश लाभदायक रहेगा। घर में सुख-शांति रहेगी। उत्साह बना रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। संतान की चिंता रहेगी।
💁♀️ राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आय में वृद्धि होगी। कारोबार लाभप्रद रहेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। दूर से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय बढ़ेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में सहकर्मियों का साथ रहेगा। थकान रहेगी।
⚖ राशि फलादेश तुला :-
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
प्रेम-प्रसंग में समय अच्छा रहने से आशातीत सफलता प्राप्त होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। कारोबार का विस्तार होगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। सुख के साधन जुटेंगे। शत्रु परास्त होंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। सभी ओर से सफलता मिलेगी।
🦂 राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
राजभय रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। लेन-देन में जल्दबाजी हानि देगी। शारीरिक कष्ट संभव है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। व्यवस्था में मुश्किल होगी। दूसरों से अपेक्षा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। अनहोनी की आशंका रहेगी। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। आय में निश्चितता रहेगी।
🏹 राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। मानसिक बेचैनी रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। अधिकार प्राप्ति के योग हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। भागदौड़ रहेगी। दूसरों के काम में दखल न दें। विवाद से बचें। लाभ होगा।
🏹 राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
घर-परिवार में कोई बड़ा काम हो सकता है। नई योजना बनेगी। नया उपक्रम प्रारंभ हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर मिलेगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। कोई नई समस्या आ सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। राज्य से प्रसन्नता रहेगी।
राशि फलादेश कुंभ :-
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। थकान व कमजोरी महसूस हो सकती है। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। पूजा-पाठ में मन लगेगा। प्रसन्नता रहेगी। आंखों को चोट व रोग से बचाएं। धन प्राप्ति सुगम होगी। सुख के साधन जुटेंगे। प्रमाद न करें।
🐠 राशि फलादेश मीन :-
व्यवसाय में आय में निश्चितता रहेगी। नौकरीपेशा को प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। पुराना रोग उभर सकता है। अनहोनी की आशंका रहेगी। मातहतों से कहासुनी हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद संभव है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। दूसरों से अपेक्षा न करें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। सोच-समझकर निर्णय लें।