Aaj ka Rashifal Aur Panchang 5 November 2024।।आज का पंचांग।।
कलियुगाब्द……………………5126
विक्रम संवत्…………………..2081
शक संवत्………………………1946
रवि………………………..दक्षिणायन
मास……………………………कार्तिक
पक्ष………………………………शुक्ल
तिथी……………………………चतुर्थी
रात्रि 12.14 पर्यंत पश्चात पंचमी
सूर्योदय……प्रातः 06.34.00 पर
सूर्यास्त …..संध्या 05.46.51 पर
सूर्य राशि………………………तुला
चन्द्र राशि…………………..वृश्चिक
गुरु राशि………………………वृषभ
नक्षत्र…………………………..ज्येष्ठा
प्रातः 09.36 पर्यंत पश्चात मूल
योग…………………………अतिगंड
प्रातः 11.23 पर्यंत पश्चात सुकर्मा
करण………………………..वणिज
प्रातः 11.51 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु……………………. शरद
दिन………………………..मंगलवार
आंग्ल मतानुसार :-
05 नवम्बर सन 2024 ईस्वी ।
अभिजीत मुहूर्त :-
दोप 11.47 से 12.32 तक ।
👁🗨 राहुकाल :-
दोप 02.56 से 04.19 तक ।
☸ शुभ अंक………………..5
🔯 शुभ रंग………………..लाल
उदय लग्न मुहूर्त :-
तुला
05:16:12 07:30:52
वृश्चिक
07:30:52 09:47:00
धनु
09:47:00 11:52:37
मकर
11:52:37 13:39:43
कुम्भ
13:39:43 15:13:16
मीन
15:13:16 16:44:28
मेष
16:44:28 18:25:12
वृषभ
18:25:12 20:23:52
मिथुन
20:23:52 22:37:34
कर्क
22:37:34 24:53:44
सिंह
24:53:44 27:05:33
कन्या
27:05:33 29:16:12
🚦 दिशाशूल :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्राप्रारंभकरें।
✡ चौघडिया :-
प्रात: 09.22 से 10.46 तक चंचल
प्रात: 10.46 से 12.09 तक लाभ
दोप. 12.09 से 01.32 तक अमृत
दोप. 02.55 से 04.18 तक शुभ
रात्रि 07.18 से 08.55 तक लाभ ।
📿 आज का मंत्र :-
॥ ॐ आंजनेय नमः॥
संस्कृत सुभाषितानि
श्रीमद्भगवतगीता (दशमोऽध्यायः – विभूतियोग:) –
विस्तरेणात्मनो योगं विभूतिं च जनार्दन ।
भूयः कथय तृप्तिर्हि शृण्वतो नास्ति मेऽमृतम् ॥
अर्थात :
हे जनार्दन! अपनी योगशक्ति को और विभूति को फिर भी विस्तारपूर्वक कहिए, क्योंकि आपके अमृतमय वचनों को सुनते हुए मेरी तृप्ति नहीं होती अर्थात् सुनने की उत्कंठा बनी ही रहती है॥
🍃 आरोग्यं :-
साइनस के घरेलु उपचार :-
. 100 ग्राम बादाम, 20 ग्राम कालीमिर्च, 50 ग्राम खांड इन सब का पावडर बनाकर रोज रात को 1-1 चम्मच दूध के साथ देवे |
. सौंठ, पीपल एवं कालीमिर्च बराबर मात्रा में लेकर पावडर कर आधा से एक ग्राम प्रतिदिन शहद के साथ चाटें |
. बर्तन में 2 – 4 गिलास पानी डालकर अच्छे से उबाले अब इस गर्म पानी को निचे रखकर एक कम्मल ओढ़कर बैठ जाये फिर इसमें पुदीने के रस की 6 – 7 बूँदें डाले | अब इस भाप को ले |
. तुलसी के 15 पत्ते, 1 टुकड़ा अदरक, 15 पत्ते पुदीने के इन सभी को पीसकर एक गिलास पानी में अच्छे से उबाले पानी उबलकर आधा होने लगे तो छानकर 1 चम्मच शहद मिलकर पि जाये | ऐसा दिन में दो बार सुबह भोजन के बाद और रात को सोने से पहले करे |
आज का राशिफल
🐏 राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं होगा। बिगड़े काम बनेंगे। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा।
🐂 राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश लाभ देगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी से हानि संभव है। धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा।
👫 राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
आज घरेलू काम में गृहिणियां लापरवाही न करें। आवश्यक वस्तुएं गुम हो सकती हैं। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें।
🦀 राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
व्यापार में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से समयानुकूल सहायता प्राप्त होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वाणी में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा।
🦁 राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। मनपसंद रोजगार मिलेगा। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। तनाव रहेगा।
💁♀️ राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लेन-देन में सावधानी रखें। लाभ होगा।
⚖ राशि फलादेश तुला :-
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आय में निश्चितता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप की अधिकता का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। वाणी में कड़े शब्दों के इस्तेमाल से बचें। दूसरों की बातों में नहीं आएं।
🦂 राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
निवेश से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। बनते कामों में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी।
🏹 राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे। लाभ होगा। जल्दबाजी व लापरवाही से हानि होगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। विवाद न करें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। बिछड़े मित्र व संबंधी मिलेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे।
🏹 राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देगा। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। बुद्धि का प्रयोग करें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा।
राशि फलादेश कुंभ :-
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आय बनी रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान महसूस होगी। कीमती वस्तुएं संभाल कर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। सहकर्मी सहयोग नहीं करेंगे। चिंता रहेगी। आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। पुराना रोग उभर सकता है।
🐠 राशि फलादेश मीन :-
बुद्धि का प्रयोग करें। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।
साभार- पंडित राजेश मिश्र