Aaj Ka Panchang 19 November 2024 ।।आज का पंचांग।।
कलियुगाब्द……………………5126
विक्रम संवत्…………………..2081
शक संवत्………………………1946
रवि…………………………दक्षिणायन
मास…………………………..मार्गशीर्ष
पक्ष……………………………….कृष्ण
तिथी……………………………चतुर्थी
संध्या 05.34 पर्यंत पश्चात पंचमी
सूर्योदय…….प्रातः 06.42.00 पर
सूर्यास्त……..संध्या 05.42.59 पर
सूर्य राशि………………………वृश्चिक
चन्द्र राशि……………………….मिथुन
गुरु राशि…………………………वृषभ
नक्षत्र……………………………..आर्द्रा
दोप 02.59 पर्यंत पश्चात पुनर्वसु
योग………………………………साध्य
दोप 02.53 पर्यंत पश्चात शुभ
करण……………………………बालव
संध्या 05.34 पर्यंत पश्चात कौलव
ऋतु………………………शरद
दिन…………………………..मंगलवार
आंग्ल मतानुसार :-
१९ नवम्बर सन् २०२४ ईस्वी ।
अभिजीत मुहूर्त :-
दोप 11.50 से 12.33 तक ।
👁🗨 राहुकाल :-
दोप 02.54 से 04.16 तक ।
उदय लग्न मुहूर्त :-
वृश्चिक
06:35:38 08:51:47
धनु
08:51:47 10:57:25
मकर
10:57:25 12:44:31
कुम्भ
12:44:31 14:18:04
मीन
14:18:04 15:49:16
मेष
15:49:16 17:30:01
वृषभ
17:30:01 19:28:40
मिथुन
19:28:40 21:42:23
कर्क
21:42:23 23:58:33
सिंह
23:58:33 26:10:21
कन्या
26:10:21 28:21:01
तुला
28:21:01 30:35:38
🚦 दिशाशूल :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभकरें।
☸ शुभ अंक………………..1
🔯 शुभ रंग………………..लाल
✡ चौघडिया :-
प्रात: 09.28 से 10.49 तक चंचल
प्रात: 10.49 से 12.11 तक लाभ
दोप. 12.11 से 01.32 तक अमृत
दोप. 02.54 से 04.15 तक शुभ
रात्रि 07.15 से 08.54 तक लाभ ।
📿 आज का मंत्र :-
॥ ॐ महावीराय नमः॥
संस्कृत सुभाषितानि
श्रीमद्भगवतगीता (दशमोऽध्यायः – विभूतियोग:) –
रुद्राणां शंकरश्चास्मि वित्तेशो यक्षरक्षसाम् ।
वसूनां पावकश्चास्मि मेरुः शिखरिणामहम् ॥
अर्थात :
मैं एकादश रुद्रों में शंकर हूँ और यक्ष तथा राक्षसों में धन का स्वामी कुबेर हूँ। मैं आठ वसुओं में अग्नि हूँ और शिखरवाले पर्वतों में सुमेरु पर्वत हूँ॥
🍃 आरोग्यं :-
मधुमेह के लिए उपयोगी आयुर्वेदिक उपचार :-
अलसी के बीज :-
अलसी के बीज उच्च फाइबर सामग्री के कारण पाचन क्रिया में सहायता और वसा एवं शक्कर के उचित अवशोषण में आपकी मदद करते हैं। अलसी के बीजों का सेवन करने से मधुमेह के बाद के शुगर के स्तर में लगभग 28 फीसदी कमी होती है।
दालचीनी :-
दालचीनी इंसुलिन की संवेदनशीलता और ब्लड शुगर का स्तर कम करती है। प्रतिदिन दालचीनी का आधा चम्मच खाने से इंसुलिन की संवेदनशीलता में सुधार होता है और वजन कम करने में मदद मिलती है, जिससे हृदय रोग का जोखिम कम होता है।
अमरूद के पत्ते और जीरा :-
आप कुछ ताजे अमरूद के पत्ते और जीरे के बीजों को एक साथ मिला कर एक गिलास पानी में उबाल लें। इस मिश्रण को रोज़ पिएं और मधुमेह में आराम पाएं।
आज का राशिफल
🐏 राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। बिगड़े काम बनेंगे। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं होगा। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है।
🐂 राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश लाभ देगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बिगड़े काम बनेंगे। जल्दबाजी से हानि संभव है। धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा।
👫 राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
किसी व्यक्ति की बातों में न आएं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। विशेषकर गृहिणियां लापरवाही न करें। आवश्यक वस्तुएं गुम हो सकती हैं। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे।
🦀 राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यापार में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से समयानुकूल सहायता प्राप्त होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वाणी में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी।
🦁 राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा। स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। मनपसंद रोजगार मिलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। तनाव रहेगा।
💁♀️ राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
यात्रा लाभदायक रहेगी। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लेन-देन में सावधानी रखें। लाभ होगा।
⚖ राशि फलादेश तुला :-
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। आय में निश्चितता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप की अधिकता का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। वाणी में कड़े शब्दों के इस्तेमाल से बचें। दूसरों की बातों में नहीं आएं।
🦂 राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। बनते कामों में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है।
🏹 राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। बिछड़े मित्र व संबंधी मिलेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे। लाभ होगा। जल्दबाजी व लापरवाही से हानि होगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। विवाद न करें।
🏹 राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देगा। बुद्धि का प्रयोग करें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा।
राशि फलादेश कुंभ :-
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान महसूस होगी। आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभाल कर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। सहकर्मी सहयोग नहीं करेंगे। चिंता रहेगी।
🐠 राशि फलादेश मीन :-
रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।
साभार- पंडित राजेश मिश्र