LS Poll Trends: लोकसभा चुनाव मतदान के घटते-बढ़ते ट्रेंड के बीच लोकसभा चुनाव 2024 का आखिरी दौर 1 जून को है। 4 जून को नतीजे आएंगे।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 66.14%, दूसरे चरण में 66.71% और तीसरे चरण में 65.68% वोटिंग दर्ज की गई। 2019 के मुकाबले तीन चरणों में इस बार कम वोटिंग हुई। हालांकि, चौथे दौर में 96 सीटों पर 69.16% मतदान हुआ, जबकि 2019 में इन सीटों पर 69.12% वोटिंग हुई थी। पांचवें दौर में 8 राज्यों में 62.20% मतदान हुआ। छठे चरण में 63.37% मतदान हुआ।
लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और अंतिम दौर का मतदान 1 जून को है। इससे पहले छठे दौर के लिए मतदान 25 मई को कराया गया था। इस चरण में आठ प्रदेशों की 58 सीटों पर 889 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रहे। छठे दौर में सबसे ज्यादा 14 सीटें उत्तर प्रदेश की जबकि सबसे कम जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर वोटिंग हुई।
चुनाव आयोग के मुताबिक, छठे दौर में 63.37% मतदान हुआ। 2019 के चुनाव में इन 58 सीटों पर कुल 64.22% फीसदी वोटिंग हुई थी। सबसे ज्यादा 84.59 फीसदी मतदान पश्चिम बंगाल में हुआ था। वहीं, सबसे कम 8.98 फीसदी मतदान जम्मू-कश्मीर में दर्ज किया गया था।
1 जून को सातवें दौर में आठ प्रदेशों की 57 सीटों पर मतदान होना है। 2019 में इन 57 सीटों पर कुल 65.29% फीसदी वोटिंग हुई थी।
अब तक के चुनावों में मत प्रतिशत चर्चा का बड़ा विषय रहा है। शुरुआत में विपक्ष ने चुनाव आयोग पर देरी से वोटिंग के आंकड़े देने का आरोप लगाया जिसका आयोग ने खंडन किया। वहीं सत्ता पक्ष का कहना है कि विपक्ष ने पहले ही हार मान ली है।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 102 सीटों के लिए वोट डाले गए थे। 2019 में इन 102 सीटों 69.96 फीसदी वोट पड़े थे जबकि इस बार 66.14% मतदान हुआ है। दूसरे दौर में 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर मतदान हुआ था।
पिछले चुनाव में इन 88 सीटों पर कुल 70.09 फीसदी मतदान हुआ था जबकि इस बार का आंकड़ा 66.71% रहा। यहां ध्यान देने वाली बात है कि मणिपुर की बाहरी मणिपुर लोकसभा सीट के 15 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था, जबकि अन्य 13 विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे चरण में मतदान कराया गया था।
11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 93 सीटों पर तीसरे चरण का मतदान हुआ था। इन 93 सीटों पर 2019 में कुल 66.89% लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था जबकि इस बार 65.68% वोटिंग हुई।
10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 96 सीटों पर चौथे चरण में मतदान हुआ। इन 96 सीटों पर 2019 में कुल 69.12 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
वहीं, इस बार 69.16 फीसदी मतदान हुआ है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने कई तरह के अभियान चलाए जिसका असर चौथे चरण के मतदान में भी दिखा। इस तरह से पहले चार चरणों में कुल 66.95% मतदान हुआ है।
20 मई को पांचवें चरण में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर मतदान कराया गया। निर्वाचन आयोग की तरफ से वोटर टर्नआउट मोबाइल एप पर जारी आधिकारिक आंकड़े के अनुसार, पांचवें चरण की 49 सीटों पर 62.20 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि, इस आंकड़े में बदलाव संभव है। 2019 में इन 49 सीटों पर 62.01 फीसदी मतदान हुआ था।
25 मई को छठे चरण में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 58 सीटों पर मतदान हुआ। छठे दौर में 63.37% मतदान हुआ है। 2019 के चुनाव में इन 58 सीटों पर कुल 64.22% फीसदी वोटिंग हुई थी।