Nehtaur Health Camp: “स्वस्थ नहटौर” के तहत बिजनौर के नहटौर में आयोजित “हेल्थ वॉलंटियर्स ट्रेनिंग वर्कशॉप“ का उद्घाटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) प्रभारी डॉ. आशीष कुमार आर्य ने किया।
डॉ. आशीष कुमार आर्य ने कहा “इस निःशुल्क शुगर और ब्लड प्रेशर जाँच और परामर्श केंद्र से जुड़े वालंटियर्स नियमित रूप से नागरिकों की जो सेवा गत 46 हफ़्तों से कर रहे हैं, उसके लिए मैं ग़िज़ाल मैहदी को बधाई देता हूँ। जिन्होंने नहटौर की जनता के लिए शुगर और ब्लड प्रेशर जाँच, परामर्श और स्वास्थ्य जागरूकता के लिए एक स्थायी निशुल्क केंद्र की स्थापना करके एक ऐसा प्रयास किया है, जो शायद ही किसी ने आसपास के क्षेत्रों में कभी किया होगा”।
ये विचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) प्रभारी डॉ. आशीष कुमार आर्य ने आज मुख्य अतिथि के रूप में “स्वस्थ नहटौर” के तहत आयोजित एकदिवसीय “हेल्थ वॉलंटियर्स ट्रेनिंग वर्कशॉप“ का उद्घाटन करते हुए मैहदी विला, नहटौर में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि इस केंद्र पर जाँच और परामर्श द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता को जो बढ़ावा दिया जा रहा है वो वास्तव में स्वास्थ्य विभाग के लिए एक सहयोग है। डॉ आशीष ने कहा कि गत 46 हफ़्तों में इस निशुल्क जाँच केंद्र से भेजे गये जितने भी मरीज़ हमारे पास तक पहुँचे हैं, हम ने उन सबको दवा उपलब्ध कराई है। डॉ आशीष ने “स्वस्थ नहटौर” की मुहिम के तहत जारी सब कार्यक्रमों में अपने भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया।
वर्कशॉप को संबोधित करते हुए एचएमआई इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल, श्री बिलाल ज़ैदी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस वर्कशॉप से वालंटियर्स का स्वास्थ्य जागरूकता स्तर बढ़ेगा और वे समाज में रचनात्मक भूमिका निभाएंगे।
रिटायर्ड प्रिंसिपल चरण सिंह शर्मा ने वालंटियर्स को अपनी शुभ कामनाएँ देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि हेल्थ एंड एजुकेशन प्रमोशन ट्रस्ट द्वारा “स्वस्थ नहटौर” के तहत जाँच और परामर्श केंद्र की स्थापना और हेल्थ वालंटियर वर्कशॉप जैसे स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम नहटौर तक ही सीमित ना रह कर दूसरे क्षेत्रों में भी अपनाये जाने चाहिए।
वर्कशॉप का संचालन रुड़की स्थित डॉ विकास त्यागी और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारिणी डॉ सुनीता त्यागी ने दो सत्रों में किया। पहले सत्र में उन्होंने वालंटियर्स को डायबिटीज़ (शुगर), ब्लड प्रेशर और इम्युनाइज़ेशन (टीकाकरण) के बारे में विस्तार से बताया और उस पर सवाल-जवाब का दौर चलाया।
दूसरे सत्र में उन्होंने प्रत्येक वालंटीयर को सीपीआर की ट्रेनिंग दी और एक रबर की डमी पर उसकी प्रैक्टिस कराई। ये एक इमरजेंसी मेडिकल टेक्निक है जिसके ज़रिए किसी व्यक्ति की साँस या दिल के रुक जाने पर उसकी जान बचाई जा सकती है।
निशुल्क शुगर और ब्लड प्रेशर जाँच और परामर्श केन्द्र के संस्थापक और प्रबंधक ग़िज़ाल मैहदी ने बताया कि इस वर्कशॉप में 54 वालंटियर्स ने भाग लिया है।
उन्होंने डॉ आशीष आर्य, डॉ विकास त्यागी, डॉ सुनीता त्यागी, प्रिंसिपल बिलाल ज़ैदी और प्रिंसिपल चरण सिंह शर्मा का शुक्रिया अदा किया और भविष्य में भी उनके सहयोग जारी रहने की आशा की।
वर्कशॉप के आयोजन के साथ-साथ केंद्र पर दर्जनों लोगों ने अपने शुगर और ब्लड प्रेशर स्त्र की जाँच कराई।