PK Jan Suraj Party: प्रशांत किशोर के दल का नाम जन सुराज पार्टी होगा और पार्टी के पहले नेता के तौर पर मनोज भारती को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। प्रशांत किशोर के इस ऐलान के साथ ही बिहार में एक नई पार्टी की एंट्री हो गई है। पीके ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी चार सीटों के विधानसभा उप-चुनाव लड़ेगी।
जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर के दल का नाम जन सुराज पार्टी होगा और मनोज भारती जन सुराज पार्टी के पहले नेता बनाए गए हैं।
प्रशांत किशोर ने दल के कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर मनोज भारती के नाम की घोषणा करते हुए कहा कि मार्च में चुनाव के जरिए नए अध्यक्ष का चयन किया जाएगा। अगले एक-दो दिन में पार्टी की नेतृत्व परिषद (लीडरशिप काउंसिल) का गठन करके नाम की घोषणा की जाएगी।
प्रशांत किशोर के इस ऐलान के साथ बिहार में एक नई पार्टी का आगमन हो गया है। पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान में प्रशांत किशोर ने ये ऐलान किए।
पीके ने उपस्थित लोगों से पूछा कि नई पार्टी का नाम जन सुराज ठीक है ना? लोगों ने इसका समर्थन किया। प्रशांत किशोर ने बताया कि चुनाव आयोग ने उनकी नई पार्टी के नाम को मान्यता दे दी है। नई पार्टी के नाम की घोषणा के बाद प्रशांत किशोर ने ‘जय जय बिहार’ का नारा दिया और विरोधियों पर जमकर निशाना साधा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के सभी राजनीतिक दलों ने राज्य के लोगों को धोखा दिया है, जिसकी वजह से बिहार के युवाओं को रोजगार की तलाश में राज्य से बाहर जाना पड़ रहा है।
उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे आजकल सर्वे करवा रहे हैं। राज्य में जगह-जगह लड़ाई की स्थिति है और लोग अपने खतियान निकालने के लिए रिश्वत देने पर मजबूर हैं। गांवों में लोग बता रहे हैं कि डीसीएलआर और अन्य अधिकारी उनसे पैसे की मांग कर रहे हैं।
कौन हैं मनोज भारती जिन्हें प्रशांत किशोर ने जन सुराज पार्टी का पहला कार्यकारी अध्यक्ष बनाया?
प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारी मांग है कि यहां सर्वे की बजाय भूमि सुधार लागू किया जाए। जब सरकार को ही यह नहीं पता कि जमीन किसकी है, तो वह आपसे पूछ रहे हैं कि यह जमीन किसकी है।
उन्होंने कहा कि 5 साल में भूमि सुधार पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा। बिहार में भूमि सुधार न होने के कारण राज्य में 100 में से 60 लोग भूमिहीन हैं।
जन सुराज पार्टी के स्थापना कार्यक्रम में प्रार्थना के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई, जिसे चंपारण के एक रिटायर्ड शिक्षक गोरख महतो ने पढ़ा। प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर 2022 से जन सुराज अभियान की शुरुआत की थी, जिसमें उन्होंने पूरे बिहार की पदयात्रा की थी।