World Environment Day 2023: विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यटन अध्ययन संस्थान लखनऊ विश्वविद्यालय में प्लास्टिक से तौबा करने का संकल्प लिया गया।
World Environment Day 2023: पर्यटन अध्ययन संस्थान लखनऊ विश्वविद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक संकल्प लिया गया कि सभी लोग प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करेंगे। साथ ही लोगों ने प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए हामी भरी। इस अवसर पर वहां मौजूद लोगों ने दैनिक उपयोग में आने वाली प्लास्टिक की वस्तुओं से तौबा करेंगे।
World Environment Day 2023: बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय के नेतृत्व में पर्यटन अध्ययन संस्थान ने जूट आर्टिजांस गिल्ड एसोसिएशन के साथ ‘चांस फॉर चेंज’ के बैनर के तहत एक पहल शुरू की थी। इसके तहत महिलाओं को जूट से बनी वस्तुओं के उत्पाद की ट्रेनिंग दी जाती है। इसका उद्देश्य ना केवल आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को प्रशिक्षण देकर सशक्त करना है, बल्कि प्लास्टिक उत्पादों की तुलना में जूट आधारित उत्पादों के उपयोग के लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करना है, ताकि प्लास्टिक पर जीत पाई जा सके।
World Environment Day 2023: वहीं पर्यावरण दिवस पर संस्थान के शिक्षक और कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय परिसर में सफाई अभियान चलाया और प्लास्टिक मुक्त परिसर का संदेश लोगों तक पहुंचाया। इस दौरान विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया गया और पौधों में पानी भी डाला गया।
गौर करें तो लावण्या छात्रावास, लखनऊ विश्वविद्यालय, नवीन परिसर की प्रवोष्ट और एडिशनल चीफ प्रवोष्ट डॉ.अनुपमा श्रीवास्तव ने पिछले वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सारथी फाउंडेशन, लखनऊ के सहयोग से वृक्षारोपण कराया था। इस अवसर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने हरिशंकरी पौधे का रोपण किया था। आज उसके साल पूरे होने पर विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यटन अध्ययन संस्थान, लखनऊ विश्वविद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिका अनुपमा श्रीवास्तव ने समाज को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए जूट बैग को बढ़ावा देने के लिए लोगों का आह्वान किया।
World Environment Day 2023: बता दें कि लावण्या छात्रावास परिसर में जिस हरिशंकरी पौधे को लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने रोपण किया था। वो अब बड़े हो गए हैं। इसमें पीपल, पाकड़, बेल, नीम और अर्जुन के पौधे हैं। खुशी की बात ये है कि ये पौधे सिर्फ बड़े ही नहीं हुए बल्कि हर-भरे भी हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस पर डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव, छात्रावास की छात्राएं, कर्मचारियों और सारथी फाउंडेशन के अध्यक्ष संजय डेविड तथा सारथी फाउंडेशन के अन्य सदस्यों के साथ हरिशंकरी और अन्य पौधों को पानी दिया। साथ ही पर्यावरण को संरक्षित करने का संकल्प लेते हुए आगे भी वृक्षारोपण कार्यक्रम जारी रखने का संकल्प दोहराया।